छत्तीसगढ़ के जशपुर में 2 लोगों ने झाड़फूंक के बहाने 28 साल की युवती से गैंगरेप किया। दुष्कर्म के बाद जान से मारने की धमकी दी। डरी-सहमी युवती ने यह बात किसी को नहीं बताई। युवती प्रेग्नेंट हो गई और बच्चे को जन्म दिया। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बगीचा थाना क्षेत्र की है।
बगीचा SDOP दिलीप कोसले ने बताया कि पीड़िता ने 17 मार्च 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसे पिछले साल जुलाई 2024 में पेट दर्द की समस्या थी, जिसका इलाज वह खुद कर रही थी। इसी दौरान उसने अपने परिचित दिलेश्वर यादव उर्फ दिले से अपनी तकलीफ साझा की।
झाड़फूंक से दिया इलाज का झांसा
दिलेश्वर ने झाड़फूंक और जड़ी-बूटी से इलाज कराने का झांसा दिया। 25 जुलाई 2024 की शाम दिलेश्वर यादव (34) युवती को अपनी स्कूटी पर बैठाकर एक झोपड़ीनुमा स्थान पर ले गया, जहां किशोर पंडा (35) पहले से मौजूद था।
वहां उन्होंने युवती को एक गिलास में दवा पीने को दी, जिसे पीते ही वह बेहोश हो गई। इस दौरान दोनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी दी।
फरवरी 2025 में बच्चे को जन्म दिया
डर और सामाजिक बदनामी के कारण युवती ने यह बात किसी को नहीं बताई, लेकिन वह गर्भवती हो गई और 28 फरवरी 2025 को अंबिकापुर में एक बच्चे को जन्म दिया।
पीड़िता की रिपोर्ट पर बगीचा थाने में बी.एन.एस. की धारा 70(1) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। SSP शशि मोहन सिंह के निर्देश पर बगीचा पुलिस ने साइबर सेल की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
भागने के फिराक में थे आरोपी
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी फरार होने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार किया, और पुलिस ने उनके पास से वारदात में प्रयुक्त स्कूटी भी जब्त कर ली।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि महिला अपराधों पर पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। झाड़फूंक के नाम पर महिलाओं का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोनों आरोपियों को 18 मार्च को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की आगे जांच जारी है।