बिजनौर में नेशनल हाईवे पर गंगा बैराज पुल बंद, 11 दिनों से परेशान हैं लोग

बिजनौर में नेशनल हाईवे पिछले 11 दिनों से बंद होने की वजह से आम जनता भारी दिक्कतों और परेशानी का सामना कर रही है. यहां प्रशासन ने दिल्ली-पौड़ी गढ़वाल नेशनल हाईवे-34 को बिजनौर के चौधरी चरण सिंह मध्य गंगा बैराज पुल पर आम जनता के लिए बीते 2 अगस्त को बंद करा दिया. गंगा नदी पर बने इस पुल के बंद हो जाने से रोज 10 से 15 हजार छोटे-बड़े वाहनों को 100 से 150 किलोमीटर रूट डायवर्जन करके भेजा रहा है.

इस गंगा बैराज पुल से होकर बिजनौर, नजीबाबाद, कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल, रामनगर, काशीपुर, उधमसिंह नगर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर से हरियाणा, पंजाब, जम्मु कश्मीर और हिमाचल प्रदेश आने-जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. इससे अब लोगों को दूसरे लंबे रास्तों से होकर जाना पड़ रहा है. इससे ट्रासंपोर्टेशन का खर्च और समय 2 से 3 गुना अधिक लग रहा है.

अधिकारियों और नेताओं की गाड़ियां निकल रहीं

नेशनल हाईवे पर बैरीकेडिंग लगाकर उसको आम जनता के लिये बंद कर रखा गया है. प्राइवेट कार, जीप बस, ट्रक सबका आवागमन बंद है, लेकिन सरकारी अधिकारी, नेता और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की गाड़ियां यहां से फर्राटे भरती हुई निकल जा रही हैं. बिजनौर में आई बाढ़ की वजह से मालन नदी का तटबंध टूट गया था. इससे पानी नेशनल हाईवे पर दो फीट भर कर उतरने लगा.

इसके बाद दूसरी तरफ गंगा बैराज पुल के गेट संख्या 15-16 और 23-24 पर एक्सपेंशन ज्वाइंट दो-तीन इंच चौडा दिखाई दिया. फिर मध्य गंगा बैराज के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ब्रजेश मौर्या ने डीएम बिजनौर जसजीत कौर और नेशनल हाईवे के इंजीनियरों से पुल की सुरक्षा के मद्देनजर उस पर आवागमन रोकने का सुझाव दिया.

डीएम ने पुल पर बंद कराया आवागमन

इसके बाद एनएचएआई, केंद्रीय सडक अनुसंधान और आईआईटी रूड़की की एक्सपर्ट टीम से टेक्नीकल एडवाइज के लिए सर्वे कराने तक डीएम बिजनौर जसजीत कौर ने पुल पर आवागमन बंद करा दिया. पिछले चार पांच दिनों से एक्सपर्ट टीम के आने का इंतजार सिचाई विभाग, पीड्ब्लुडी और एनएचएआई के इंजीनियर कर रहे हैं, लेकिन कोई एक्सपर्ट टीम बिजनौर नहीं पहुंची.

आम जनता को केवल पैदल पुल पार करने की अनुमति दी गई है. पुल पर वाहन नहीं चलने देने की वजह से यहां करीब दो लाख लोगों को बहुत दिक्कत और परेशानी झेलनी पड़ रही है. रूट डायवर्जन से 100 से 150 किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर लोग वाहनों से अपने गंतव्यों तक पहुंच रहे हैं. इससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है. साथ ही समय भी ज्यादा लग रहा है.

पुल पर आवागमन जल्द शुरू कराने का प्रयास

डीएम बिजनौर ने बताया बिजनौर जिले में बाढ़ की समस्या के साथ ही गंगा बैराज पुल बंद होने से और भी समस्या खडी हो गई है. सुरक्षा की दृष्टि से इस पुल को मजबूरन बंद कराना पडा है. एनएएचआई, पीडब्लुडी, सिचाईं विभाग से जल्द से जल्द एक्सपेंशन ज्वांइट और स्लैब रिपेयर कराकर पुल पर आवागमन शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे आम जनता को राहत मिल सके.

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