छत्तीसगढ़ के रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में सुरक्षागार्डों की मनमानी का मामला सामने आया है। यहां मरीज से मिलने आए परिजनों को गुटखा जमा नहीं करने पर गार्डों ने बेरहमी से पीट दिया। मामला चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है।
शिकायतकर्ता मुकेश चौहान, जो पेशे से ड्राइवर हैं, अपनी पत्नी पुष्पा चौहान और साले जय सनमानी के साथ शुक्रवार देर रात अपने रिश्तेदार बोधन सिदार को देखने मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। इस दौरान केजुअल्टी गेट पर तैनात गार्ड रोहित शर्मा और अन्य सुरक्षाकर्मी ने उनकी जेब चेक की। मुकेश की जेब से गुटखा मिलने पर गार्ड ने उसे जमा करने के लिए कहा, लेकिन मुकेश ने मना कर दिया। इसके बाद गार्डों ने गाली-गलौज करते हुए उस पर हमला कर दिया।
बीच-बचाव करने आई मुकेश की पत्नी पुष्पा और साला जय सनमानी को भी गार्डों ने नहीं बख्शा। महिला के साथ भी हाथापाई की गई, जिससे उसके कान, नाक और सिर में चोट आई। वहीं मुकेश के चेहरे और सिर पर गंभीर चोटें आईं।
घटना के बाद पीड़ितों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा के नाम पर गार्डों की दबंगई लगातार बढ़ रही है और प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा।
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि मरीज के परिजनों के साथ इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक है। अस्पताल जैसी जगह पर सुरक्षा कर्मचारियों से उम्मीद होती है कि वे लोगों की मदद करेंगे, लेकिन रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में गार्डों का रवैया आए दिन विवाद खड़ा कर रहा है।
पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि घटना में किन-किन गार्डों की संलिप्तता है, लेकिन मारपीट की यह वारदात अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है। मरीज के परिजनों का कहना है कि उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।