चंबल में फिर पनप रहे गैंगस्टर! AK-47 के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार, दे रहे थे हथियार चलाने की ट्रेनिंग

राजस्थान के धौलपुर जिले में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से पुलिस ने एक AK-47 सहित 34 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं. पुलिस ने यह कार्रवाई खुफिया इनपुट मिलने के बाद की है. पुलिस ने इस अपराधियों की तलाश काफी महीनों से कर रही थी. एजीटीएफ की टीम ने धौलपुर पुलिस के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है.

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धौलपुर जिले के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के बसई घियाराम गांव में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स जयपुर की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू ठाकुर और तेजपाल ठाकुर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से आधुनिक हथियार AK-47 समेत 34 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. जानकारी देते हुए धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि यह कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक एमएन दिनेश के निर्देशन में हुई है.

AK-47 के साथ दो बदमाश अरेस्ट

एजीटीएफ टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू और तेजपाल ठाकुर चंबल नदी के पास राजखेड़ा थाना क्षेत्र के बसई घियाराम गांव में मौजूद है. इस बात की जानकारी होते ही एजीटीएफ की टीम तुरंत एक्टिवेट हो गई और उन्होंने अपराधियों को गिरफ्तार करने की योजना बनाई. एजीटीएफ की टीम ने धौलपुर पुलिस के सहयोग से दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।

कई सालों से क्राइम की दुनिया में एक्टिव

गिरफ्तार जितेंद्र उर्फ जीतू (चंबल) की पहचान पूर्व डकैत शिवदत्त ठाकुर के भाई के तौर पर हुई है, जिसकी एक सड़क हादसे में मौत हो गई. वहीं, दुसरा बदमाश तेजपाल ठाकुर जीतू का पिता है. जीतू और रामदत्त और शिवदत्त तीनों सगे भाई हैं. जीतू पिछले काफी समय से अपराध की दुनिया में एक्टिव था. तीन भाई किसी समय आनंदपाल गैंग के एक्टिव मेंबर थे. शिवदत्त की मौत के बाद गैंग की जिम्मेदारी छोटे भाई रामदत्त को मिली थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामदत्त इन दिनों हरियाणा की एक जेल में बंद है.

छापेमारी के दौरान मिली फायरिंग रेंज

आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद रामदत्त ठाकुर ने अपने भाई जीतू और पिता तेजपाल ठाकुर के साथ मिलकर एक अलग गैंग बना लिया था. बदमाश जितेंद्र और उसका बड़ा भाई रामदत्त ठाकुर हथियारों के बड़े तस्कर हैं. पुलिस की छापेमारी में बदमाशों के ठिकाने पर बीहड़ों में एक फायरिंग रेंज मिली है, जहां बदमाशों को एक-47 जैसे हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी. सीधे तौर पर पकड़े गए बदमाशों के कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से सामने आ रहे हैं. जिसकी जांच कीजा रही है.

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