गरियाबंद जिले की पुलिस ने ऑनलाइन खरीदे जा रहे खतरनाक हथियारों पर कड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और अन्य ऑनलाइन कंपनियों से ऑर्डर किए गए 300 से अधिक पेन चाकू, बटन चाकू, पॉकेट चाकू और शॉट गन जैसे धारदार हथियारों को जब्त कर थाने में जमा कराया। यह कार्रवाई उस समय शुरू की गई जब पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ युवक सोशल मीडिया पर इन हथियारों को लहराते हुए वीडियो और फोटो पोस्ट कर रहे हैं।
पुलिस ने चाकूबाजी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए 15 दिनों तक विशेष अभियान चलाया। इस दौरान ऑनलाइन कंपनियों से खरीदे गए हथियारों की लिस्ट मंगाई गई और खरीदारों को थाने बुलाकर हथियार जमा करवाए गए। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस तरह की प्रवृत्ति अपराध को बढ़ावा देती है, इसलिए इसे रोकना जरूरी था।
डीएसपी कुमारी निशा सिन्हा ने बताया कि इस अभियान का मकसद जिले में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाना है। उन्होंने कहा कि आगे भी ऑनलाइन माध्यम से हथियार खरीदने वालों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। पुलिस ने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह के मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि लोग डर की वजह से ऐसे हथियार न खरीदें।
पुलिस ने इस दौरान सिर्फ हथियार जब्त करने तक ही सीमित नहीं रही बल्कि 10 से अधिक आदतन अपराधियों पर कई धाराओं में मामला भी दर्ज किया गया। इन अपराधियों को चेतावनी दी गई है ताकि वे दोबारा ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।
यह कदम जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और युवाओं को गलत राह पर जाने से रोकने के लिए उठाया गया है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर हथियारबाजी दिखाने की प्रवृत्ति खतरनाक है और इससे समाज में भय का माहौल बनता है। इस अभियान के बाद जिले में अपराध और अवैध हथियारों की खरीदी पर रोकथाम की उम्मीद जताई जा रही है।
बलौदाबाजार में भी इसी तरह की कार्रवाई की गई थी, जहां पुलिस ने 24 चाकू जब्त किए। गरियाबंद की यह कार्रवाई प्रदेश भर में एक सख्त संदेश देती है कि अब ऑनलाइन हथियार खरीदी करने वालों पर किसी भी हाल में ढिलाई नहीं बरती जाएगी।