गौरेला पेंड्रा मरवाही: हत्या का हुआ खुलासा, मुंहबोले चाचा की मौत का बदला लेने आरोपी ने शराब पिलाकर कर दी हत्या…

गौरेला पेंड्रा मरवाही: पुलिस ने हत्या के मामले में बड़ा खुलासा किया है, मामला पेण्ड्रा क्षेत्र के कोटमी चौकी क्षेत्र स्थित सोननदी चेक डेम के पास 02 जनवरी 2025 को सलीम खान निवासी सेवरा दुबटिया का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल और डीएसपी निकिता तिवारी के नेतृत्व में साइबर सेल और थाना पेंड्रा की संयुक्त टीम गठित की गई थी जिन्होंने जांच क्रम में हत्या की घटना की पुष्टि होने पर अपराध दर्ज कर मामले का खुलासा किया है साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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तफ्तीश के दौरान यह सामने आया कि आरोपी नरेन्द्र उर्फ छोटू यादव निवासी सेवरा दुबटिया ने अपने मुंहबोले चाचा आलोक कश्यप की मृत्यु का बदला लेने के लिए सलीम खान की हत्या की. 8 महीने पहले आलोक कश्यप और सलीम खान एक साथ बिलासपुर जा रहे थे, जब रास्ते में एक अज्ञात ट्रक की टक्कर से आलोक की मौत हो गई थी. हालांकि आलोक कश्यप का भतीजा नरेन्द्र इसे दुर्घटना मानने को तैयार नहीं था और सलीम को इसके लिए दोषी ठहरा रहा था. 1 जनवरी 2025 को नरेन्द्र यादव ने न्यू ईयर पार्टी के बहाने सलीम खान को अपने ऑटो में बैठाया और कुछ अन्य युवकों के साथ पिकनिक मनाने ग्राम कुडकई के पीछे निगवा डोंगरी जंगल ले गया.

 

वहां चावल, मुर्गा और शराब का इंतजाम किया गया और सलीम को अत्यधिक मात्रा में शराब पिलाई जब सलीम ने आरोपी के चाचा के साथ हुई घटना के बारे में कोई अपराध की बात कबूल नहीं की तो बाकी दोस्तों के जाने के बाद और नशा करने के बहाने आरोपी सलीम को अकेले सोन नदी के चेक डैम के पास अपनी ऑटो में लेकर गया.

नशे की हालत में नरेन्द्र ने सलीम से जबरदस्ती आलोक कश्यप की मौत का सच उगलवाने की कोशिश की जिस दौरान गुस्से में आकर आरोपी नरेंद्र ने सलीम के साथ मारपीट की और फिर उसे सोननदी चेक डेम पर 25-30 फीट गहरे खाई में धक्का दे दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. साइबर सेल और थाना पेंड्रा की संयुक्त टीम ने घटनास्थल के आसपास के मोबाइल लोकेशन ट्रेस किए संभावित गवाहों से पूछताछ की जिनके तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से टीम संदिग्ध तक पहुंच गई.

और पुलिस ने आरोपी नरेन्द्र यादव को गिरफ्तार किया. जिसके बाद पूछताछ में आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया और घटना के वजह व वारदात को पूरा बताया. पुलिस ने घटना से जुड़े खून से सना गमछा और ऑटो रिक्शा बरामद कर लिया है. मामले में धारा 103, 238 बीएनएस (हत्या और साक्ष्य छुपाने का अपराध) के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी नरेन्द्र यादव को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है तथा आगे की जांच जारी है.

 

टीम की सराहनीय भूमिका

इस जघन्य अपराध का खुलासा करने और आरोपी को गिरफ्तार करने में साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव, थाना प्रभारी पेंड्रा उप निरीक्षक गंगा प्रसाद बंजारे, उप निरीक्षक अरविंद मिश्रा, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, चौपाल कश्यप, आरक्षक राजेश शर्मा, सुरेंद्र विश्वकर्मा, हर्ष गहरवार, इंद्रपाल आर्मो, महेंद्र परस्ते और पेंड्रा थाना, कोटमी चौकी स्टाफ की उल्लेखनीय भूमिका रही.

 

 

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