GPM: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में उस समय हड़कंप मच गया, जब दुष्कर्म का आरोपी गुलशन मांझी 7 सितंबर को पेंड्रारोड न्यायालय परिसर से फरार हो गया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने लाए दो पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह भाग निकला.इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं, और लापरवाही बरतने वाले दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.साथ पुलिस ने न्यायालय परिसर से फरार होने वाले गुलशन मांझी के खिलाफ धारा 262 के तहत अपराध भी दर्ज किया गया है.
पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गौरेला थाने में पदस्थ आरक्षक वीरेन्द्र गर्ग और जगत ध्रुव को कर्तव्य में घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया.साथ ही, दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसका प्रतिवेदन 7 दिनों के भीतर सौंपा जाएगा। यदि जांच में दोष सिद्ध हुआ, तो और सख्त कार्रवाई की जा सकती है.
गुलशन मांझी के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज है.वही आरोपी गुलशन माझी के द्वारा न्यायालय परिसर से आरक्षक को धक्का देकर फरार होने पर धारा 262 के तहत भी अपराध दर्ज किया गया है.
फरार होने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की है, जो आसपास के जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में सरगर्मी से तलाश कर रही है.पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.