छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले की मनोहर गौशाला के ट्रस्टी डॉक्टर अखिल जैन ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और कृषि मंत्री रामविचार नेताम को गोबर से बनी चटाई भेंट की।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के राज्य कृषि प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के अंतर्गत 5 दिवसीय कृषि सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में ‘प्राकृतिक खेती- परिचय प्राकृतिक खेती का वर्तमान समय में आवश्यकता, महत्व एवं लाभ’ विषय पर व्याख्यान हुआ। विशेषज्ञ के रूप में शामिल हुए डॉ. जैन ने किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीके सिखाए। कार्यक्रम में मौजूद कृषि मंत्री नेताम को जैन ने गोबर से बनी चटाई भेंट की।
मंत्री ने मनोहर गौशाला में हो रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने गौशाला में चल रहे शोध पर जैन को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में खेती से संबंधित एक विशेष बुकलेट का भी विमोचन किया गया। इसके अलावा, डॉ. जैन ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से भी मुलाकात की।
गणवेश वस्त्र तैयार कर रही बुनकर समिति
वहीं जिले के ग्राम रेवाडीह में स्थित श्री सांई बुनकर सहकारी समिति गणवेश वस्त्र तैयार कर रही है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे सोमवार (4 अगस्त) को निरीक्षण करने पहुंचे।
कलेक्टर ने बुनकरों से बुनाई संबंधी गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने प्रतिदिन के उत्पादन और मासिक आय के बारे में भी चर्चा की। बुनकरों ने कलेक्टर को बताया कि कर्मशाला भवन में लगभग 50 महिलाएं कार्यरत हैं।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने राजनांदगांव विकासखंड के मर्यादित का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बुनकर कर्मशाला भवन में समिति के सदस्यों द्वारा तैयार किए जा रहे गणवेश वस्त्र और अन्य उत्पादों का अवलोकन किया।
राज्य हाथकरघा विकास संघ ने दिया धागा
छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर की शासकीय वस्त्र प्रदाय योजना के अंतर्गत समिति के लगभग 250 बुनकर गणवेश वस्त्र और अन्य वस्त्रों की बुनाई का कार्य कर रहे हैं। राज्य हाथकरघा विकास संघ द्वारा धागा प्रदान किया जाता है।
तैयार वस्त्रों के अनुसार बुनकरों को बुनाई पारिश्रमिक और बुनकर समितियों को सेवा प्रभार दिया जाता है। बुनकरों ने बताया कि उन्हें गांव में ही रोजगार मिलने और बुनाई कार्य से अच्छी आमदनी हो रही है।
कलेक्टर ने बुनकरों के कार्यों की सराहना की और उन्हें इसी प्रकार मन लगाकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान उप संचालक हाथकरघा राजू कोल्हे, सांई बुनकर समिति के अध्यक्ष चूड़ामणि देवांगन सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और बुनकर उपस्थित थे।