गौतम अदाणी की कंपनी बनाएगी स्टील्थ फाइटर जेट, ₹15000 करोड़ के प्रोजेक्ट पर दांव खेलने की तैयारी

गौतम अदाणी की कंपनी अब फाइटर जेट्स बनाएगी. अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने रक्षा मंत्रालय के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है, जो भारत की प्रमुख पांचवीं पीढ़ी की स्टील्थ लड़ाकू विमान परियोजना है. कंपनी के सीईओ आशीष राजवंशी ने कहा कि यह प्रोग्राम अभी रुचि पत्र (EoI) के चरण में है और इसे लेकर 30 सितंबर तक प्रतिक्रियाएं देनी हैं.

30 सितंबर तक लगाई जा सकती है बोली

AMCA स्टील्थ जेट परियोजना के लिए बोली लगाने की लास्ट डेट 30 सितंबर है और अदाणी डिफेंस ने इसमें अपनी रुचि की पुष्टि की है. राजवंशी के मुताबिक, एएमसीए का प्रोजेक्ट 10 साल के डेवलपमेंट प्रोग्राम है, जिसके तहत पहला लड़ाकू विमान 2034-35 तक भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि सफलता मिलने पर हम बाद में तेज प्रोडक्शन शुरू करेंगे.

बता दें, अदाणी के नेतृत्व वाली अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस रक्षा और एयरोस्पेस प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी हुई है. इनमें जिनमें ड्रोन, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर सिस्टम, मिसाइलें, छोटे हथियार और रडार के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम शामिल हैं.

Stealth Fighter Jet

गौरतलब है कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में एएमसीए प्रोग्राम को मंजूरी दी है, जिससे पहली बार इस कार्यक्रम को सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर्स की भागीदारी के लिए खोला गया है. सरकार ने इस परियोजना पर शुरुआती चरण में करीब 15,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है, जिसमें एडीए ने प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, टेस्टिंग और प्रमाणन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए बिजनेस ग्रुप्स को आमंत्रित किया गया है.

क्यों खास है 5वीं पीढ़ी का ये फाइटर जेट?

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के तहत एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा संचालित एएमसीए परियोजना, भारत का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी लड़ाकू विमान विकास कार्यक्रम है और इसे दो इंजन वाले 5th जेनरेशन स्टील्थ बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान के रूप में डिजाइन किया गया है, जो हवाई, जमीनी हमले और इलेक्ट्रॉनिक वॉर मिशन में दम दिखाने में सक्षम होगा.

फिफ्थ जेनरेशन स्टील्थ फाइटर जेट सबसे अत्याधुनिक और शक्तिशाली विमान है. इसकी खासियत की बात करें, तो ये दुश्मन के रडार से बचने में सक्षम होने के साथ ही इनमें शक्तिशाली सेंसर और कंप्यूटर सिस्टम शामिल हैं, जो युद्ध के दौरान एक-एक सटीक जानकारी मुहैया कराने का काम करते हैं. इसका इंटरनल वेपन्स बे खास है और सभी  हथियार विमान के भीतर छिपे होते हैं और इनके रडार की पकड़ में आने का खतरा बेहत कम रहता है. ये 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट अमेरिका, रूस और चीन के पास पहले से मौजूद हैं.

ये कंपनियां भी बोली लगाने की रेस में

भारत सरकार के इस प्रोजेक्ट के लिए आवेदन की रेस में अदाणी डिफेंस के अलावा और भी कई कंपनियां बताई जा रही हैं. इनमें टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, एल एंड टी, महिंद्रा एयरोस्पेस, डायनामेटिक टेक्नोलॉजीज, भारत फोर्ज, आजाद इंजीनियरिंग, गोदरेज एयरोस्पेस शामिल हैं.

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