Manoj Tiwary on Gautam Gambhir: ‘गौतम गंभीर को ना पिच पढ़ना आता है ना क्रिकेट का ज्ञान’, मनोज तिवारी का फिर बड़ा बयान

Manoj Tiwary on Gautam Gambhir: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. वो लगातार अपने साथी खिलाड़ी और भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर हमलावर हैं और बड़े बयान देते आ रहे हैं. हाल ही में मनोज ने कहा था कि क्रिकेटिंग करियर में गंभीर ने कई बार उन्हें गालियां दी हैं. एक बार तो हाथापाई की नौबत तक आ गई थी. अब मनोज ने एक और बड़ा बयान दिया है.

Advertisement

मनोज ने कहा है कि गंभीर के पास क्रिकेट का कोई ज्ञान नही है. भारतीय कोच को पिच भी पढ़ना नहीं आता है. बता दें कि मनोज तिवारी ने भारतीय टीम के लिए 12 टेस्ट और 3 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं.

दरअसल, गंभीर ने बतौर हेड कोच जुलाई 2024 से अपना पद संभाला था. इसके बाद भारतीय टीम को पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज 0-3 से गंवाई. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 टेस्ट की सीरीज 1-3 हारे थे.

‘पिच पढ़ने में फ्लॉप रहे कोच गंभीर’

इन सभी मामलों को लेकर मनोज तिवारी से न्यूज 18 ने बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सिडनी टेस्ट (ऑस्ट्रेलिया दौरे पर) की पिच पढ़ने में कोच और कप्तान (रोहित शर्मा) फेल रहे. बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना, पर्थ में रविचंद्रन अश्विन की जगह वॉशिंगटन सुंदर को खिलाना जैसे बचकाने फैसले थे, जो दिखाते हैं कि कोच (गंभीर) के पास क्रिकेट का कोई ज्ञान नहीं है.

मनोज तिवारी ने कहा कि IPL जीतने के बाद PR एजेंसी ने ऐसा माहौल बनाया कि गौतम से बेहतर कोई कोच नहीं, जबकि सारा श्रेय हेड कोच चंद्रकांत पंडित को जाना चाहिए था. अश्विन के रिटायरमेंट के पीछे भी कोच का हाथ है, क्योंकि वो एक सीनियर खिलाड़ी को हैंडल नहीं कर पाए.

दरअसल, गंभीर ने अपनी कप्तानी में IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को 2 खिताब (2012, 2014) जिताए हैं. जबकि गंभीर 2024 में केकेआर टीम के मेंटोर थे. इस सीजन में कोलकाता टीम चैम्पियन बनी. इस सीजन में केकेआर टीम के हेड कोच चंद्रकांत पंडित थे, जो अब भी हैं. मगर गंभीर अब भारतीय टीम के हेड कोच हैं.

गंभीर को तुरंत हटा देना चाहिए था

मनोज तिवारी ने आगे कहा कि उनको (गंभीर को कोच पद से) तो तुरंत हटा देना चाहिए था. गौतम को जब टीम मिली (कोच पद संभाला) तो टीम का ग्राफ बहुत ऊपर था पर उनकी कोचिंग में टीम बहुत नीचे आ गई है. जब गौतम कोच बने तो रोहित-विराट को जबरदस्ती खिलाकर अपनी पहली सीरीज जीतना चाहते थे पर टीम हार गई. चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम नहीं जीती तो कोच का जाना तय है. बशर्ते कोई बड़ा हाथ उनको बचा ना ले.

बड़े हाथ को लेकर सवाल किया गया तो मनोज ने हंसकर जवाब टाल दिया. उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी ही कोच और कप्तान के बीच मतभेद सामने आएगा. मनोज तिवारी ने यह बात रोहित और गंभीर को लेकर कही है.

Advertisements