गया :गया जिला कोंग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में भावि गया शहर विधानसभा प्रत्याशी सह जिला महासचिव डॉ देविका सरयार मिश्रा ने मिडिया को संबोधित करते हुए कही की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस कामुख उद्देश्य बिहार में गिरती कानून व्यवस्था,प्रशाशन की नाकामी और महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचार के बारे में बताना है और सरकार को कहना है कि इन चीजों पर रोक लगाएं और नहीं लगा सकते तो गद्दी छोड़े.बिहार सरकार मूल दर्शक बनकर इन घटनाओं को देख रही है और अभी मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री इन घटनाओं की जिम्मेदारी नहीं तय कर पर रहे हैं.
पटना में थाना से 500 मीटर की दूरी पर बड़े उद्योगपति की हत्या हो जाती है,गया में सरकारी एम्बुलेंस में सिपाही भर्ती की अभ्यर्थी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हो जाता है.आखिर एम्बुलेंस में वाईफाई क्यों नहीं है ताकि ऑनलाइन उसकी मॉनिटरिंग हो सके.शेरघाटी के डॉक्टर पर शरेआम गोलियां चलाई जाती हैं,जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष लालन सिंह कहते हैं कि ये सब छोटी मोटी घटनाएं हैं।क्या आम लोगों को जिंदगी की इज्जत की कोई कीमत नहीं है?गया के विधायक महोदय सांसद महोदय की भी इन घटनाओं पर कोई संवेदना नहीं है क्योंकि अभी तक उन्होंने कहीं से इन घटनाओं का विरोध नहीं किया है.
प्रदेश के डीजीपी कहते हैं कि मई जीने में घटनाएं बढ़ जाती हैं क्योंकि किसान अभी खेती नहीं कर रहे हैं तो क्या सरकार अन्नदाताओं को क्रिमिनल मानती है अगर नहीं तो एक्शन क्यों नहीं लेती है.सरकार को बिहार मे बढते अपराधी घटनाए को रोक लगाए, महिलाओं कि सुरक्षा भी करनी होगी।इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुशवाहा, पूर्व जिला अध्यक्ष सह प्रदेश प्रतिनिधि डॉ गगन मिश्रा,मो इश्तियाक आलम, उपाध्यक्ष रामप्रमोद सिंह,विधा शर्मा,प्रदिप शर्मा,जिला महासचिव शौकत निशात उर्फ नवाब अली,शशांक भूषण,आयुष मिश्रा, शिवनाथ प्रसाद आदी.