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गाजियाबाद: अंपायर ने दे दी वाइड, भड़क गया गेंदबाज; सिर पर मारी गेंद-बल्ले से पीटा

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में क्रिकेट मैदान में खिलाड़ियों ने जमकर बवाल काटा. अंपायर की ओर से बॉल को वाइड देने पर विवाद इतना बढ़ गया कि खिलाड़ियों ने अंपायर को ही मैदान में बल्ले से पीट-पीटकर घायल कर दिया. यह घटना गाजियाबाद के वेव सिटी क्षेत्र में हुई. पीड़ित युवक ने पुलिस से शिकायत की है.

वेव सिटी में एक स्थानीय टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के बीच मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. पीड़ित युवक उस समय अंपायरिंग कर रहा था, जब उसकी टीम बल्लेबाजी कर रही थी. इस दौरान गेंदबाजी कर रहे एक खिलाड़ी ने अंपायर से दबाव बनाया कि वह उसकी एक गेंद को “वाइड” न दे. लेकिन जब अंपायर ने गेंद को नियमों के अनुसार वाइड करार दिया, तो विवाद शुरू हो गया. गुस्से में आए गेंदबाज ने पहले अंपायर के सिर पर गेंद दे मारी और इसके बाद अपने साथी खिलाड़ियों को बुलाकर अंपायर पर हमला कर दिया.

खिलाड़ियों ने बल्ले से अंपायर को पीटा

हमले के दौरान खिलाड़ियों ने बल्लों और गेंद से अंपायर को बुरी तरह पीटा. इस घटना में पीड़ित को गंभीर चोटें आई हैं, खासकर उसके हाथ में गहरी चोट लगी है. पीड़ित ने बताया कि न सिर्फ उसे मारा-पीटा गया, बल्कि आरोपी खिलाड़ियों ने उसे जातिसूचक शब्द कहकर उसकी भावनाओं को भी आहत किया. यही नहीं, हमलावरों ने अंपायर को जान से मारने की धमकी भी दी.

घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह खिलाड़ी अंपायर को घेरकर बल्ले और गेंद से हमला कर रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है और लोग खेल के मैदान में हुई इस घटना पर आक्रोश जता रहे हैं.

पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग

पीड़ित अंपायर ने इस घटना की लिखित शिकायत वेव सिटी थाना प्रभारी को दी है. शिकायत में उसने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने पहले जानबूझकर विवाद खड़ा किया और फिर उसे मारने की नीयत से हमला किया. पीड़ित ने पुलिस से मांग की है कि आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि खेल के मैदान को सुरक्षित बनाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.

पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस वीडियो फुटेज और मौके पर मौजूद चश्मदीदों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है. जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे खिलाड़ियों पर सिर्फ कानूनी ही नहीं, बल्कि खेल संबंधी प्रतिबंध भी लगाए जाने चाहिए, ताकि खेल की साख बनी रहे और मैदान में अनुशासन कायम रहे.

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