गाजीपुर: डीएम कार्यालय पर 1935 से होती आ रही है जन्माष्टमी का पर्व, तैयारियां जोरों पर

गाजीपुर: श्री कृष्ण जन्माष्टमी, जो हिंदू समाज का एक विशेष पर्व है जिसे सरकारी कार्यालय हो और खास कर पुलिस थाना और कारागार में मनाया जाता है. गाजीपुर की बात करें तो गाजीपुर में भी की श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर व जिला अधिकारी कार्यालय पर 1935 से होता चला आ रहा है और इस बार भी इस पर्व को लेकर खासी तैयारी चल रही है. जिसके लिए पुरानी मूर्तियों का रिपेयर और सुंदरीकरण का कार्य कर अब उसके साथ सजा कर जिलाधिकारी कार्यालय पर स्थापित कराने का कार्य किया जा रहा है.

श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू समाज और सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है और यह पर्व न सिर्फ घरों में बल्कि सरकारी कार्यों में भी मनाया जाता है. इसी क्रम में गाजीपुर के कलेक्टर के परिसर में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाने का तैयारी बहुत ही जोरों शोर पर चल रही है. यहां पर श्री कृष्णा के जन्म के बाद कई तरह का लीलाओं का जो मंचन किया गया था, उन सभी से जुड़े हुए मूर्तियों का प्रदर्शन यहां पर किया जाता है.

यहां के व्यवस्थापकों की बात माने तो कलेक्ट्रेट परिसर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 1935 से मनाया जाने का क्रम शुरू किया गया. जानकार बताते हैं कि शासन के कलेक्टर के द्वारा मनाया जाने का कार्यक्रम शुरू किया गया और इसकी जिम्मेदारी सदर तहसील के नजारत और अन्य छोटे कर्मचारियों की होती है जो हर साल बड़े ही श्रद्धा भाव से इसकी तैयारी करते हैं. इन लोगों की बात माने तो लगभग सभी मूर्तियां उस वक्त से चली आ रही है, हालांकि इन मूर्तियों का प्रत्येक वर्ष जन्माष्टमी से पहले मरम्मत कराई जाती है और उनके कपड़े बदले जाते हैं.

जिसके बाद जन्माष्टमी के दिन यहां का जन्माष्टमी पर्व और उसका मेला अपने आप में अनोखा देखने लगता है. इस वक्त भी जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां जोरों शोर पर चल रही है. कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वर्ग के द्वारा इसकी तैयारियां जोरों शोर पर की जा रही है. कर्मचारियों ने बताया कि तैयारी में जिला प्रशासन का ही विशेष सहयोग रहता है और इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में पूजा में जिला अधिकारी भी शामिल होते हैं और हवन पूजन में अपनी आहुति भी देते हैं.

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