गाजीपुर: रसूलपुर-बेलवा क्रॉसिंग बनी मौत का चौराहा, दुर्घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों का सत्याग्रह शुरू

उत्तर प्रदेश: गाजीपुर जनपद नेशनल हाईवे-31 जो वाराणसी-गाजीपुर-गोरखपुर राजमार्ग के अंतर्गत रसूलपुर-बेलवा टी शेखपुर के पास क्रॉसिंग पर लगातार कई दुर्घटना होने के बाद भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए स्पीड ब्रेकर, ओवर ब्रिज या फिर अंडरपास बनाने के लिए स्थानीय जनता की तरफ से प्रशासन और संबंधित विभाग को लिखित पत्र दिया गया. लेकिन विभाग के द्वारा उसे क्रॉसिंग को मात्र चौड़ीकरण कर अपने कर्तव्य की स्थिति कर दिया गया. जिसको लेकर अब स्थानीय ग्रामीण अब सत्याग्रह कर विरोध प्रदर्शन करने का काम शुरू किए हैं.

इसी क्रम में आज सत्याग्रह के पहले दिन दिनेश यादव के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने अपना विरोध और प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि इस राजमार्ग पर भारी वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे स्थानीय राजगीर, विद्यार्थियों, बुजुर्गों एवं आम नागरिकों को सड़क पार करने में कठिनाई होती है. अभी विगत 6 जुलाई को नसीरपुर के रहने वाले एक ही परिवार के चार लोगों की सड़क दुर्घटना में इसी स्थान पर मौत हो गई थी. अभी लोग इससे ऊपर भी नहीं पाए थे कि अगले दिन फिर सचिन कुमार का एक्सीडेंट हो गया, जो अभी भी वाराणसी में जिंदगी और मौत से लड़ा रहा है.

इन घटनाओं को लेकर स्थानीय ग्रामीण संबंधित विभाग को दोषी मान रहे हैं, क्योंकि दुर्घटना के बाद संबंधित अधिकारियों के द्वारा रसूलपुर बेलवा क्रॉसिंग पर ब्रेकर और नेरो का कार्य तथा रंबल स्पीड लगाने का कार्य प्रारंभ कर बीच में ही छोड़ कर चले गए. जिसके कारण यहां पर लगातार दुर्घटना की स्थिति बनी हुई है. इनका कहना है कि इनका सत्याग्रह तीन दिनों तक चलेगा, जिसमें पहले दिन विरोध प्रदर्शन, दूसरे दिन बुद्धि शुद्धि यज्ञ एवं तीसरे पुतला दहन का कार्य करेंगे. इसके बाद भी यदि विभाग इन लोगों की बातें नहीं मानता है तो फिर वह वाराणसी उनके कार्यालय पर गिराव करने का कार्य किया जाएगा.

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