गजवा-ए-हिंद स्ट्रैटजी, लव जिहाद ट्रैप… नाजिया इलाही खान ने कहा- इसी से देश को तोड़ने की साजिश

बंगाल भाजपा की नेत्री और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान मध्य प्रदेश के खंडवा पहुंचीं, जहां उन्होंने अति प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर पहुंचकर भगवान महादेव का दर्शन-पूजन किया. इस दौरान दो मुस्लिम युवकों ने इस्लाम धर्म त्यागकर नाजिया की मौजूदगी में सनातन हिंदू धर्म अपनाया और घर वापसी की. प्रायश्चित अनुष्ठान के पहले नाजिया ने दोनों मुस्लिम युवकों पर जल डालकर उनका शुद्धिकरण कराया. इसके बाद महादेवगढ़ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित अश्विन खेड़े ने प्रायश्चित अनुष्ठान को पूरा करवाया.

बताया जा रहा है कि महादेवगढ़ मंदिर पर दोनों मुस्लिम युवक रेहान शेख और समीर मंसूरी ने अपनी इच्छा से इस्लाम धर्म त्यागकर सनातन धर्म में घर वापसी की है, जिसके बाद अब रेहान शेख का नाम रोहन हो गया है तो वहीं समीर मंसूरी को अब शंकर के नाम से जाना जाएगा. बता दें कि खंडवा का महादेवगढ़ बीते कुछ दिनों में घर वापसी का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है और यही कारण है, जो नाजिया इलाही खान यहां पहुंची थीं.

‘गजवा-ए-हिंद’ एक स्ट्रैटजी, ‘लव जिहाद’ एक ट्रैप

इस्लाम धर्म और उनसे जुड़े मौलानाओं को लेकर नाजिया खान हमेशा से आक्रामक रही हैं और उनके कई बयान सामने आए हैं. नाजिया ने सनातन को सत्य बताते हुए कहा कि यही धर्म आत्मसम्मान और सुरक्षा देता है. गजवा-ए-हिंद और लव जिहाद पर निशाना साधते हुए नाजिया ने बड़ा दिया. नाजिया ने अपने बयान में कहा कि ‘गजवा-ए-हिंद’ एक स्ट्रैटजी है और ‘लव जिहाद’ एक ट्रैप है. यह दोनों ही देश को तोड़ने की साजिश है.

शिवशक्ति कहकर सम्मान दिया गया

महादेवगढ़ पहुंचकर नाजिया इलाही खान ने कहा कि मैं जब यहां आई तो मुझे शिवशक्ति कहकर सम्मान दिया गया, लेकिन वहीं समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव साड़ी पहनकर मस्जिद में गईं तो वहां के मौलाना ने इस्लामी कानून का हवाला देते हुए उन पर अपमानजना टिप्पणी की. मेरे समाज के मौलाना, मौलवी कभी किसी महिला को इतना सम्मान नहीं दे सकते हैं. सनातन में महिलाओं को जो आदर, सम्मान मिलता है, वह कही नहीं मिल सकता.

नाजिया इलाही ने उठाई कांवड़

बता दें कि नाजिया इलाही खान ने खंडवा पहुंचकर श्री झूलेलाल मंदिर से महादेवगढ़ मंदिर तक निकली महिला कावड़ यात्रा में शामिल होकर कावड़ भी उठाई थी और उन्होंने महादेवगढ़ मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया था. इस दौरान उन्होंने शहर की महिलाओं से सीधा संवाद कर उन्हें समाज की वर्तमान चुनौतियों और समस्याओं से भी अवगत करवाया था, जिसमें लव जिहाद पर उन्होंने सबसे ज्यादा जोर दिया था.

Advertisements