राजस्थान के कोटा से एक लड़की के किडनैपिंग की खबर आई थी (Kota girl kidnapping). लड़की की एक फोटो भी वायरल हुई थी. जिसमें उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे. इस मामले में 30 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी. अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा दावा कर दिया है. कोटा की सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने कहा है कि लड़की की किडनैपिंग हुई ही नहीं थी. हालांकि, खबर लिखे जाने तक पुलिस लड़की और उसके एक साथी को खोजने में सफल नहीं हो पाई है.
दरअसल, मध्यप्रदेश के शिवपुरी की काव्या को पिता ने कोटा में नीट की कोचिंग के लिए भेजा था. 18 मार्च को काव्या के पिता को व्हाट्सएप में यह फोटो मिली. लड़की के हाथ-मुंह बंधे थे. बताया गया कि आपकी लड़की किडनैप हो गई है. 30 लाख अकाउंट में डालो और अपनी लड़की ले जाओ. अगर समय पर पैसे नहीं मिले तो लड़की को जान से मारने की धमकी दी.
लाचार पिता रघुवीर धाकड़ पत्नी के साथ शिवपुरी से कोटा गए. पुलिस में FIR दर्ज करवाई. जिस कोचिंग में लड़की पढ़ने का दावा करती थी वहां पूछताछ हुई, तो पता चला वहां इस नाम की कोई लड़की नहीं पढ़ती. मामला बेहद संवेदनशील था. पुलिस सक्रिय हो गई. मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान तक खलबली मच गई.
पुलिस के जांच में जो खुलासा हुआ वो शर्मसार करने वाला है. छात्रा के साथ अपहरण की कोई वारदात नहीं हुई है. वह अपने दो दोस्तों के साथ इंदौर में थी. उसने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची थी. वह विदेश जाना चाहती थी.