प्यार एक खूबसूरत एहसास होता है. प्यार में प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे की खुशी के लिए किसी भी काम को करने के लिए तैयार हो जाते हैं. लेकिन झारखंड में एक शख्स ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी वजह से वह जेल पहुंच गया. वह शख्स कोई और नहीं, झारखंड 10वीं पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड कमलेश कुमार है. पुलिस की पूछताछ में कमलेश ने अपने अपराध को कबूल किया है और बताया है कि उसने गर्लफ्रेंड की वजह से ऐसा किया.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जा रही 10वीं मैट्रिक की परीक्षा का हिंदी और विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र पिछले दिनों लीक हो गया था. सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल हो गए थे, इसके बाद हिंदी और विज्ञान विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी कमलेश कुमार सहित कुल 6 लोगों को गिरिडीह के न्यू बरगंडा से अरेस्ट किया है. पुलिस ने बताया कि कमलेश ने अपनी गर्लफ्रेंड को परीक्षा पास करवाने के लिए ऐसा किया था.
पेपर लीक के मास्टरमाइंड कमलेश ने कैसे किया कांड?
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पेपर लीक का मास्टरमाइंड कमलेश कुमार ही है, क्योंकि कमलेश की गर्लफ्रेंड मैट्रिक की परीक्षा दे रही थी. उसे परीक्षा पास करवाने के लिए उसे बेहतर नंबर मिल सके, इसलिए कमलेश ने अपने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर प्रश्न पत्र उस वक्त चुराया था, जब गिरिडीह जिला में प्रश्न पत्र वहां से उतर कर स्ट्रांग रूम में ले जाया जा रहा था. इस दौरान मजदूर बनकर मास्टरमाइंड कमलेश और उसके साथी पहुंचे. स्ट्रांग रूम ले जाने के क्रम में सील पैक प्रश्न पत्र को ब्लेड से काटकर निकला था, फिर उसकी पीडीएफ बनाई थी. इसके बाद उसे वायरल कर दिया.
इस मामले में कोडरमा पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कमलेश कुमार को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जबकि उसके अन्य साथी रोहित कुमार ,लाल मोहन कुमार ,अंशु कुमार पांडेय ,कृष्ण कुमार पांडेय और मुकेश कुमार शामिल हैं.
मजदूरी करता है कमलेश
कमलेश कुमार खुद 12वीं का छात्र है, जबकि उसकी गर्लफ्रेंड मैट्रिक की परीक्षा दे रही है. कमलेश पार्ट टाइम मजदूरी का काम भी करता था. इसी क्रम में उसे जानकारी मिली कि गिरिडीह में प्रश्न पत्र गाड़ी से आता है, जिसे अनलोड करके स्ट्रांग रूम में पहुंचाया जाता है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से दसवीं साइंस का प्रश्न पत्र, कंबल, चटाई और 6 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. बता दें कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से 18 फरवरी को मैट्रिक की हिंदी विषय की परीक्षा ली गई थी. वहीं, 20 फरवरी को विज्ञान विषय का एग्जाम था.