विदिशा मेडिकल कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक ठकोरिया (35) ने कर्मचारी कॉलोनी स्थित क्वार्टर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। 18 पेज के सुसाइड नोट में उसने मौत का जिम्मेदार रायसेन की रहने वाले प्रेमिका सोनाली नामदेव को ठहराया था।
पुलिस ने जांच के बाद प्रेमिका सोनाली नामदेव पर मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि सुसाइड नोट में उसने प्रेमिका और उसके परिवार पर आर्थिक और मानसिक शोषण का आरोप लगाया था। साथ ही 10 लोगों को दी गई कुल 10.68 लाख रुपए की उधारी का विवरण भी दिया था।
वहीं, दीपक की बहनों का कहना है कि उन्हें दोनों के प्रेम प्रसंग का मालूम था और वह शादी के लिए भी तैयार थे। सोनाली दीपक का आर्थिक शोषण कर रही थी, वह उसे शादी नहीं करना चाहती थी। इसी बात को लेकर दीपक ने सुसाइड किया है। सोनाली पहले भी तीन लड़कों को फंसाकर लूट चुकी है, हमारा भाई चौथा था। वो ये प्रताड़ना सह नहीं पाया और जान दे दी।
सहकर्मी ने देखा तो फांसी लगा चुका था दीपक मेडिकल कॉलेज की स्थापना शाखा में क्लर्क के पद पर पदस्थ 35 वर्षीय दीपक कुमार ठकोरिया ने 10 जुलाई को कॉलेज की 14 नंबर बिल्डिंग के 109 नंबर कमरे में फांसी लगा ली थी। सुबह 10 बजे तक दीपक घर से बाहर नहीं निकला था और न ही उसके कमरे कोई आहट आ रही थी।
इस कारण बगल के कमरे में रहने वाले एक सहकर्मी ने कमरे के अंदर देखा तो तब तक वह फांसी लगा चुका था। उसने तत्काल कॉलेज प्रबंधन को सूचना दी। थोड़ी ही देर में घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। मौके पर जांच पड़ताल की गई तो सुसाइड नोट भी मिला।
दीपक के सुसाइड नोट के खास अंश दीपक ने सुसाइड नोट में लिखा- मेरी मौत का कारण सिर्फ सोनाली नामदेव है। मैं अपना जीवन हंसी-खुशी जी रहा था और जीना चाहता था पर सोनाली नामदेव ने मुझसे झूठा प्यार का नाटक करके मुझसे बहुत सारे रुपए लिए हैं।
पैसों के लिए मेरा बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया है। इसलिए सोनाली नामदेव के कारण मैं मौत को गले लग रहा हूं। प्लीज आप उसे मत छोड़ना और उसको सजा जरूर दिलाना। सोनाली बहुत झूठ बोलने वाली लड़की है। मैं थक गया हूं पैसे देकर।
मैंने तो सच्चा प्यार किया था, फिर क्यों उसने मेरा फायदा उठाया। सोनाली को बहुत सारा कैश, गोल्ड और ऑनलाइन पैसे जिनका प्रिंट इस सुसाइड फाइल में है। इसके अलावा एक फ्रिज उसके घर पर पर है, वह भी मैंने फाइनेंस कराकर दिया है।
घर का राशन भी मंगाती थी- दीपक सोनाली के घर के राशन के साथ ही साड़ी सूट और बहुत सारी शॉपिंग भोपाल में जाकर करवाई है। खुद तो शॉपिंग की ही है और मां-पापा, भाई-बहन और उनके बच्चों के लिए भी बहुत शॉपिंग की है। सोनाली के पापा रघुवीर प्रसाद नामदेव और उसके छोटे भाई दीपांश ने मुझसे कई बार पैसे लिए हैं। सोनाली के घर पर मेरा आना-जाना भी है।’
‘सोनाली ने मुझे जीने लायक नहीं छोड़ा’ दीपक ने लिखा- सोनाली कहीं पर भी नौकरी नहीं कर रही थी, तब भी कोई उससे पूछता नहीं था कि इतना सोना, चांदी, कैश, राशन, कपड़े के लिए पैसा कहां से आ रहा है। उसने मुझे जीने लायक नहीं छोड़ा, उसके धोखा देने के कारण मैं मौत को गले लग रहा हूं।
दीपक ने अपनी बहन के लिए लिखा- मेरा क्या दोष है दीदी। मैंने तो कभी किसी का कुछ भी नहीं बिगड़ा था और न ही कभी किसी का बुरा किया। सोनाली ने धोखेबाजी की।
’10 लाख का उधार मांगते-मांगते थक गया हूं’ सुसाइड नोट में दीपक ने 10 लोगों के नाम भी लिखे हैं। इसमें कहा गया है कि इन लोगों से कुल- 10.68 लाख रुपए उधारी के लेने हैं। इन लोगों से बार-बार पैसे मांगते-मांगते थक गया था। उसने स्पष्ट किया है कि उसकी मौत के लिए इन लोगों को दोषी न माना जाए, लेकिन उधार की राशि उसकी बहन को लौटाई जाए।
- पल्लवी श्रीवास्तव (नर्सिंग इंचार्ज, विदिशा मेडिकल कॉलेज): ₹2,50,000
- प्यारी चौटाला (गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल): 2,40,000
- निशा पाटील (विदिशा मेडिकल कॉलेज): 2,14,000
- सतीश चौटाला (शहीद नगर, भोपाल): 70,000
- मोहन पगारे (शहीद नगर, भोपाल): 70,000
- मुकेश कटारे (कबीरपुरा): 70,000
- नेहा चौधरी (लालघाटी, भोपाल): 60,000
- टिंकू भैया (आनंद नगर, भोपाल): 40,000
- सीमा (शहीद नगर, भोपाल): 38,000
- राजू (गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल): 16,000
दीपक की बहनों ने भी लगाए गंभीर आरोप
बहन सीमा ने बताया कि सोनाली ने जेवर, घरेलू सामान लेने के साथ ही काफी रुपए भी खर्च करवाए थे। वह भाई से धीरे-धीरे कटने लगी थी और शादी करने से भी मना कर दिया था। दीपक, सोनाली और उसके परिवार पर पूरा विश्वास करता था और उन पर बहुत रुपए भी खर्च करता था। सोनाली की बहन की शादी में दीपक ने सारा खर्च उठाया था। शॉपिंग से लेकर सामान तक सब कुछ।
दीपक का मानना था कि लड़की के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए उसे ही सब कुछ करना होगा। उसने सोनाली को जेवर दिलवाए, उसके भाई और पिता को भी पैसे दिए। घटना से दो दिन पहले दीपक ने मुझसे से बात की थी और बताया था कि सोनाली को सोने के जेवर पसंद हैं और वह उसे और जेवर दिलवाएगा। इस पर मैंने उसे समझाया था कि शादी के बाद जेवर दिलवाना, लेकिन उसने वही बात दोहराई कि सोनाली को गोल्ड पसंद है।
घटना वाले दिन सुबह 6 बजे तक दीपक और सोनाली के बीच बात हुई थी। इसके बाद क्या हुआ, यह कोई नहीं जानता, लेकिन दीपक ने आत्महत्या कर ली। जो भी हुआ है वह सोनाली की वजह से हुआ।
सोनाली ने दीपक को पैसों के लिए प्रताड़ित किया दीपक की बड़ी बहन सुनीता ने कहा कि यह प्रेम प्रसंग का मामला था, जिसमें एक लड़की और उसके परिवार ने दीपक का आर्थिक और मानसिक शोषण किया। दीपक ने करीब एक साल पहले अपने परिवार को बताया था कि वह एक लड़की से प्यार करता है और उसी से शादी करना चाहता है। परिवार इस रिश्ते के लिए सहमत भी था। लेकिन धीरे-धीरे लड़की और उसके परिवार ने दीपक का आर्थिक शोषण शुरू कर दिया।
दीपक ने एक विस्तृत सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लड़की के पिता का नाम भी शामिल है। सुनीता का कहना है कि इतना लंबा सुसाइड नोट एक रात में नहीं लिखा जा सकता। यह स्पष्ट है कि दीपक लंबे समय से मानसिक प्रताड़ना झेल रहा था और धीरे-धीरे अपनी पीड़ा को लिख रहा था। दीपक ने अपने परिवार को कभी इस प्रताड़ना के बारे में नहीं बताया। उसने सिर्फ इतना बताया था कि वह लड़की के घर जाता था और उसके माता-पिता से भी मिला था।