भोपाल से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने कई साल पुराने अजमेर कांड की यादें ताजा कर दीं. भोपाल के एक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों और पूर्व छात्रों ने गैंग बनाकर एक के बाद एक कई युवतियों से रेप किया. कई युवतियों ने बदनामी के डर से मामला दर्ज नहीं करवाया लेकिन बागसेवनिया पुलिस थाने में एक युवती ने जब हिम्मत कर केस दर्ज करवाया तो अन्य लड़कियों की भी हिम्मत खुली. लिहाजा अब तक 3 युवतियां सामने आ चुकी हैं.
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों फराज खान और साहिल खान को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी का गठन कर दिया है. पुलिस के मुताबिक, मामला रायसेन रोड स्थित एक निजी कॉलेज का है. आरोप है कि यहां हिंदू लड़कियों को पहले प्रेम के जाल में फंसाया गया और फिर उनके साथ संबंध बनाने का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया.
लड़कियों की सहेलियों के साथ भी किया दुष्कर्म
यही नहीं, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर युवतियों पर दबाव बनाया गया कि वो अपनी सहेलियों या परचित लड़कियों को भी लड़कों से मिलवाकर दोस्ती करवाएं और बाद में उन युवतियों के साथ भी दुष्कर्म किया गया. सभी आरोपी युवक धर्म विशेष से ताल्लुक रखते हैं जबकि सभी पीड़ित लड़कियां हिंदू हैं. बागसेवनिया थाने में इस बाबत 16 अप्रैल को पहली एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
धार्मिक पहचान बदलकर प्रेमजाल में फंसाया
युवती ने पुलिस को बताया कि पहले उसके साथ फराज खान नाम के युवक ने हिंदू नाम बताकर प्रेमजाल में फंसाया और संबंध बनाए. इसी दौरान वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हुआ और तब पता चला कि उसका असली नाम फराज है. आरोपी ने पीड़िता को दो अन्य युवकों से भी मिलवाया जिन्होंने बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद इसी कॉलेज की दो अन्य छात्राओं ने भी इसी तरह की घटना खुद के साथ घटित होने का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करवाई तो मामले की गंभीरता का खुलासा हुआ.
पुलिस कमिश्नर ने दी पूरी जानकारी
पुलिस ने दो आरोपियों फराज और साहिल को गिरफ्तार कर लिया है जिनके फोन में कई लड़कियों के अश्लील वीडियो मिले हैं. इस बारे में ‘आजतक’ से बात करते हुए भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि अब तक 3 युवतियों ने केस दर्ज करवाया है. शिकायत के आधार पर दुष्कर्म की धाराओं के साथ पोक्सो के तहत भी केस दर्ज किया गया है क्योंकि इनमें से एक युवती घटना के समय नाबालिग थी. वहीं शिकायत में धार्मिक पहचान छिपाकर संबंध बनाने की बात भी सामने आई है इसलिए धर्म स्वातंत्र अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया गया है. दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. पुलिस फिलहाल अन्य युवतियों के बारे में भी पता लगा रही है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसआईटी गठित की गई है जो सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.