मुरैना। नूराबाद थाना क्षेत्र के दोहरावली-जीवाराम का पुरा में पांच सगे भाईयों में लाठी, फरसे और बंदूक चल गईं। इस खूनी संघर्ष में सात लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो को गोली लगी है। जिला अस्पताल से पांच को ग्वालियर रेफर किया गया है। देर रात तक थाने में केस दर्ज नहीं हुआ है। दोहरावली गांव निवासी महेंद्र सिंह गुर्जर के पांच बेटे राजेंद्र, जबर सिंह, दिलीप, बनवारी और तहसीलदार हैं। सबसे बड़े राजेंद्र को कोई संतान नहीं, इसलिए उसने जनकपुर के अपने साले के बेटे की गोद लिया है। गोद ली बेटी की सगाई जीवाराम का पुरा के केशव गुर्जर के बेटे अशोक उर्फ लल्ला से कर दी थी
कैसे शुरु हुआ विवाद?
राजेंद्र सिंह अपने हिस्से की 19 बीघा जमीन को गोद ली बेटी के नाम करना चाहता था, जिसका चारों भाई विरोध कर रहे थे। रविवार की शाम राजेंद्र के कब्जे की जमीन को जबर सिंह, दिलीप, बनवारी और तहसीलदार जोतने चले गए। इसी दौरान राजेंद्र सिंह अपने साथ जीवाराम का पुरा के केशव सिंह के परिवार को लेकर पहुंच गया। दोनों पक्षों में पहले लाठियां, फरसे चले, इसके बाद दोनों पक्षों से फायरिंग हो गई।
एक गोली जबर सिंह उर्फ जयभान के पांव में लगी, वहीं दूसरी गोली से राजेंद्र के होने वाला दामाद अशोक उर्फ लल्ला घायल हो गया, जिसके भी पैर में गोली लगी। पुलिस को संदेह है कि दोनों पक्षों ने खुद ही गोली मारी है, क्योंकि अगर फायरिंग सामने से हुई तो गोली पीछे से पैरों में जाकर कैसे धंसी। इनके अलावा अशोक, राजकुमार, केशव, दूसरे पक्ष से दिलीप और बनवारी भी घायल हुए हैं।
अस्पताल में भिड़े दोनों पक्ष, मचा भगदड़
जब दोनों पक्षों के घायलों को नूराबाद अस्पताल से जिला अस्पताल लाया गया तब, इनके साथ दोनों ओर के 20 से 25 लोग थे। जिला अस्पताल में घायलों का उपचार हो रहा था, इसी दौरान दोनों पक्ष के लोग भिड़ गए। जमकर लात-घूंसे चले। विवाद इतना जबरदस्त हुआ कि, अस्पताल में हड़कंप सा मच गया। सूचना मिलने ही कोतवाली, स्टेशन रोड थाने की पुलिस पहुंची और विवाद कर रहे लोगों को खदेड़ा।