भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, जिसमें पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक करके तबाह कर दिया. भारत की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने 7 मई की रात भारत के 15 शहरों में ड्रोन और मिसाइल अटैक करने की नाकाम कोशिश की. पाकिस्तान की ओर से दागी गईं मिसाइलों और ड्रोन को भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया. भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया.
कल पूरी रात चले इन घटनाक्रमों की जानकारी देने के लिए भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ आज शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस प्रेस ब्रीफिंग में विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान को बेनकाब करते हुए कहा कि आतंकियों को राजकीय सम्मान देना शायद उसकी पुरानी परंपरा रही है. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि सीमा पार से हमारे खिलाफ बहुत सी गलत सूचनाएं फैलाई गई हैं. इसमें तनाव बढ़ाने का जिक्र किया गया. पहली बात यह है कि पहलगाम में हुआ हमला तनाव बढ़ाने का पहला मामला था. भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत उस तनाव का जवाब दिया.
मिसरी ने कहा कि हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान की ओर से इसे धार्मिग रंग देने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि हमने जानबूझकर धार्मिक संरचनाओं को निशाना बनाया. यह झूठ है. पहली बात तो यह है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद में किसी भी तरह की संलिप्तता से अपने हाथ धोने की कोशिश की, सूचना मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में कोई आतंकवादी नहीं हैं. विक्रम मिसरी ने कहा कि खुद को द रजिस्टेंस फ्रंट कहने वाला एक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक जाना-पहचाना मोर्चा है. भारतीय अधिकारी यूएनएससी को टीआरएफ के बारे में जानकारी दे रहे हैं. हम उन्हें अपडेट करते रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘दिलचस्प बात यह है कि जब इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले टीआरएफ का नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान में लिया जाना था, तो जिस एक देश ने उसका नाम हटवा दिया, वह था पाकिस्तान. पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है. दुनिया भर में हुए कई आतंकी हमलों में इसके निशान पाए जाते हैं. यह न भूलें कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था. पाकिस्तान का यह दावा कि 7 मई को भारत के हमले में केवल नागरिक मारे गए, पूरी तरह झूठ है. हमने स्पष्ट किया कि हमारा टारगेट पर सिर्फ आतंकवादी बुनियादी ढांचे थे.’
पाकिस्तान में आतंकियों को दिया जाता है राजकीय सम्मान
उन्होंने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा, ‘अगर नागरिक मारे गए थे, तो मुझे आश्चर्य है कि यह तस्वीर आपको क्या बताती है. पाकिस्तान में आतंकियों के शव राष्ट्रीय ध्वज में लपेटे जाते हैं और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाता है. शायद यह उनकी पुरानी परंपरा है. पाकिस्तान लोगों को भड़काने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहा है. पाकिस्तान ने सीमा पर गुरुद्वारे को निशाना बनाया और सिखों को मारा. पाकिस्तान द्वारा सीमा पर की जा रही गोलीबारी वास्तव में नागरिकों को प्रभावित कर रही है.’ दरअसल, भारत के विदेश सचिव ने जो तस्वीर दिखाई उसमें एक आतंकी के जनाजे में पाकिस्तान सेना के बड़े अधिकारी वर्दी पहने नजर आ रहे हैं.