गोंडा : 50 साल की परंपरा पर विराम, ऐतिहासिक जेठ मेला इस बार रद्द, प्रशासन ने नहीं दी अनुमति

गोंडा: जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के बालेश्वरगंज स्थित रौजा में हर वर्ष लगने वाला ऐतिहासिक जेठ मेला इस बार नहीं लगेगा. करीब 50 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रहे इस मेले को लेकर प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है. प्रशासन का कहना है कि बहराइच दरगाह मेले के रद्द होने के बाद यहां भी यही निर्णय लिया गया है.

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एसडीएम तरबगंज और वजीरगंज थाना प्रभारी ने दरगाह कमेटी को इस फैसले की जानकारी दे दी है.यह मेला 17 मई से लगना प्रस्तावित था और इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा नेपाल और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते थे.

गोंडा-अयोध्या हाईवे किनारे लगने वाला यह मेला न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र रहा है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक भी माना जाता है.इसमें हिंदू और मुस्लिम समाज के लाखों लोग हर साल एकजुट होकर भाग लेते थे.

वजीरगंज पुलिस द्वारा लगातार लाउडस्पीकर के माध्यम से यह घोषणा की जा रही है कि इस बार मेला नहीं लगेगा.साथ ही प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि किसी ने जबरन मेला आयोजित करने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

स्थानीय लोगों में मेले के रद्द होने से निराशा है, लेकिन प्रशासनिक फैसले का सम्मान करते हुए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है.

 

 

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