गोंडा : कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बाबा रामदेव को लेकर बलरामपुर में दिए अपने बयान पर सफाई दी है.दिल्ली स्थित अपने आवास पर इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी का अपमान करना नहीं था.
बृजभूषण ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान बाराबंकी में दिए गए एक बयान के बाद आचार्य बालकृष्ण भट्ट से उनका विवाद शुरू हुआ था.उन्होंने माना कि बलरामपुर में गोंडा, बलरामपुर और देवीपाटन मंडल के इतिहास पर बोलते समय महर्षि पतंजलि और बाबा रामदेव का जिक्र आया और उस दौरान उनके मुंह से कुछ गलत शब्द निकल गए.
पूर्व सांसद ने कहा, “बाद में मुझे महसूस हुआ कि यह नहीं कहना चाहिए था.जीवन में अगर गलती हो जाए तो माफी मांगने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए। मुझे खुद अच्छा नहीं लगा, इसलिए सफाई देना जरूरी समझा.”
उन्होंने आगे कहा कि महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि और कर्मभूमि गोंडा है, लेकिन आज भी उपेक्षित है.बाबा रामदेव ने स्वदेशी यात्रा के दौरान जनता से वादा किया था कि पतंजलि की जन्मभूमि का उद्धार करेंगे, लेकिन अब तक वहां कोई बड़ा काम नहीं हुआ.
बृजभूषण सिंह ने कहा कि बाबा रामदेव ने पतंजलि ब्रांड के नाम पर अरबों-खरबों का कारोबार खड़ा किया है। ऐसे में उन्हें महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि और कर्मभूमि के विकास के लिए भी कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने साफ किया कि यह उनकी व्यक्तिगत मांग नहीं है, बल्कि महापुरुषों के सम्मान से जुड़ा मुद्दा है.साथ ही उन्होंने दोहराया कि भविष्य में आलोचना करते समय ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करेंगे.
कुल मिलाकर, बृजभूषण शरण सिंह ने अपने बयान को गलत मानते हुए सफाई दी और बाबा रामदेव से अपेक्षा जताई कि वे गोंडा स्थित महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि के विकास पर ध्यान दें.