गुलमर्ग में गोंडोला केबल की तार टूटी, 20 केबिन हवा में लटकीं, 120 पर्यटक फंसे

जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग गोंडोला के टावर नंबर 1 की केबल तार टूट गई है. इससे 15 और 16 के पास करीब 20 केबिन लटके हुए हैं, जिनमें 120 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की सूचना है. बचाव अभियान शुरू किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी खराबी के कारण गुलमर्ग गोंडोला परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है और बचाव कार्य किये जा रहे हैं.

दूसरी ओर, अधिकारियों का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं, गोंडोला सेवाएं जल्द ही बहाल हो जाएगी. उन्होंने बताया कि रविवार को तकनीकी खराबी के कारण गुलमर्ग गोंडोला के पहले चरण का परिचालन बाधित हो गया, जिससे कई पर्यटक केबिनों में फंस गए.

अधिकारी ने बताया कि समस्या तब उत्पन्न हुई जब रस्सी पुली से फिसल गई, जिससे केबल कार प्रणाली रूक गई. उन्होंने बताया कि रस्सी को तुरंत वापस पुली पर लगा दिया गया.

राहत-बचाव कार्य जारी, इंजीनियरिंग टीम तैनात
इस बीच, स्थिति पर नजर रख रहे एक अधिकारी ने बताया कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि समस्या के समाधान के लिए इंजीनियरिंग टीम को तुरंत तैनात कर दिया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि हमारी टीम काम पर लगी हुई है और सिस्टम को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सेवाएं जल्द ही बहाल कर दी जाएगी.

गुलमर्ग गोंडोला, जो विश्व की सबसे ऊंची केबल कारों में से एक है तथा इस क्षेत्र का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, अपने प्रथम चरण में बेस स्टेशन को कोंगडोरी से जोड़ता है, तथा अपने दूसरे चरण में अफरवत शिखर तक जाता है.

2017 में हादसे में सात की हुई थी मौत
बता दें कि इससे पहले साल 2017 में गोंडोला केबल टूटने की वजह से सात लोगों की मौत हो गई थी. उस समय केबल कार जमीन पर गिर गई, जिससे उसमें सवार सभी लोग मारे गए थे. तूफान में एक पेड़ के उखड़ जाने से केबल टूट गई थी. मृतकों में दो बच्चे भी शामिल थे. गुलमर्ग में केबल-कारें दुनिया की सबसे ऊंची केबल-कारें हैं.

बता दें कि गुलमर्ग में केबल कार यात्रियों को 4,100 मीटर (13,450 फीट) की ऊंचाई तक ले जाती है और हिमालय के सुंदर दृश्य प्रदान करती है, जो वर्ष के इस समय भी बर्फ से ढका रहता है.

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