सुपौल: सुपौल के सरकारी शिक्षकों के लिए खुशखबरी है. शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को मजबूत आधार देने वाले मिशन निपुण भारत की स्थापना के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 5 जुलाई को जिले के सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में निपुण दिवस मनाया जाएगा.
जानकारी देते हुए प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि इस अवसर पर विद्यालयों में चेतना सत्र के दौरान निपुण गीत बजाया जाएगा और वर्ग 1 से 3 तक के उन बच्चों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने भाषा और गणित में कक्षावार दक्षता प्राप्त कर ली है. मिशन निपुण के तहत निर्धारित एफएलएन दक्षता प्राप्त कर चुके बच्चों को ‘मैं हूं निपुण बैज पहनाकर विद्यालय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा.
इसके अलावा, कक्षा 1 से 3 तक पढ़ाने वाले उन शिक्षकों को भी चिन्हित कर सम्मानित किया जाएगा जिनकी कक्षा में कम से कम 80 फीसद बच्चों ने बुनियादी दक्षता हासिल की है. ऐसे शिक्षकों की अनुशंसा प्रधानाध्यापक जिला स्तर पर करेंगे और जिला व राज्य स्तर पर ‘निपुण शिक्षक के रूप में सम्मानित किया जाएगा. पांच जुलाई को सभी विद्यालयों में ‘निपुण बिहार का लोगों और मिशन के लक्ष्य का प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही जिला कार्यालय, बीआरसी और अन्य शिक्षण संस्थानों में भी लोगों प्रदर्शित किए जाएंगे. ताकि बच्चों, अभिभावकों और आमजन में जागरूकता बढ़ाई जा सके. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश जारी किए गए हैं कि 5 जुलाई को जिले भर में ‘निपुण दिवस का आयोजन सुनिश्चित कराया जाए. इस दिशा में विद्यालयों में तैयारियां जोरों पर हैं.
दरअसल मिशन निपुण के अंतर्गत बच्चों को एफएलएन किट तथा टीएलएम के माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है. साथ ही बच्चों की दक्षता की निरंतर निगरानी के लिए ‘आकलन ट्रैकर का उपयोग किया जाता है. इससे यह सुनिश्चित होता है कि बच्चा तय दक्षता स्तर पर पहुंचा है या नहीं. मिशन निपुण की शुरुआत 5 जुलाई 2021 को की गई थी, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारत सरकार की प्राथमिक पहल है. इसका लक्ष्य है कि वर्ष 2026-27 तक सभी बच्चों को कक्षा 3 तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बना दिया जाए.