सुपौल के सरकारी शिक्षक के लिए अच्छी खबर, एक क्लिक में पढ़े पूरी खबर

सुपौल : सुपौल के सरकारी शिक्षकों के लिए एक गुड न्यूज है, दरअसल आपको बता दें कि सरकारी विद्यालयों में अब चेतना सत्र को पूरी सख्ती और अनुशासन के साथ आयोजित करना होगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि प्रतिदिन विभाग की ओर से तीन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक को फोन कर चेतना सत्र की जानकारी ली जाएगी. साथ ही विद्यालयों से चेतना सत्र का फोटो भी विभाग को भेजना अनिवार्य होगा.

 

डीईओ ने आदेश में कहा है कि यदि किसी विद्यालय का शिक्षक विभागीय फोन रिसीव नहीं करता है तो संबंधित प्रधान शिक्षक को बिना सूचना अनुपस्थित माना जाएगा और उस दिन का वेतन काटकर कोषागार में जमा कर दिया जाएगा. आदेश के तहत चेतना सत्र निर्धारित समय पर ही शुरू किया जाना अनिवार्य होगा. छात्र-छात्राओं को छोटे से बड़े क्रम में कतारबद्ध खड़ा करना होगा.

 

सभी विद्यार्थियों का विद्यालय की निर्धारित पोशाक में उपस्थित होना जरूरी है. पोशाक में नहीं आने वाले छात्रों के वर्ग शिक्षक और प्रधानाध्यापक व प्रधान शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा चेतना सत्र के दौरान सभी छात्रों की साफ-सफाई और नाखून की जांच वर्ग शिक्षक द्वारा की जाएगी. साथ ही चेतना सत्र का संचालन लाउडस्पीकर की मदद से अनिवार्य रूप से करना होगा. डीईओ ने स्पष्ट किया है कि चेतना सत्र विद्यालयों में अनुशासन, स्वच्छता और शैक्षणिक माहौल सुधारने का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

 

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