बॉलीवुड की फिल्मों की तरह पहले युवक-युवती में दोस्ती हुई. दोनों के बीच नजदीकियां भी बढ़ीं और दोनों ने एक-दूसरे के साथ रहने की कसमें खाईं. युवती ने युवक के प्यार पर पूरा भरोसा दिखाया. उनके बीच संबंध भी बने. लेकिन, अब मामला एकदम उलट हो गया है. प्रेमी अपने वादों से पलट गया जिसके बाद अब युवती न्याय की गुहार लगा रही है. युवती प्रेमी के बच्चे की मां बन गई है. वह पिछले 10 दिन से प्रेमी के घर के बाहर नवजात के साथ बैठी हुई है. वहीं प्रेमी का पूरा परिवार ताला डालकर घर से फरार हो गया है.
जानकारी के मुताबिक यह घटना झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र के देवगाना गांव की है. जहां युवती पिछले 10 दिनों से अपने नवजात बच्चे को लेकर न्याय की गुहार लगा रही है. प्रेमिका अपने प्रेमी के घर के बाहर इस उम्मीद में धरने पर बैठी कि शायद उसका दिल पिघल जाए. पीड़िता के मुताबिक वह धुरकी प्रखंड के एक गांव की रहने वाली है. पिछले साल छठ पर्व के दौरान वह अपनी बड़ी बहन के घर मेराल थाना क्षेत्र अंतर्गत देवगाना आई थी. वहां उसकी मुलाकात बहन के रिश्ते में चचेरे देवर लगने वाले सुजीत प्रजापति से हो गई थी.
वादे से मुकरा प्रेमी
दोनों की आंखें चार हुईं और फिर धीरे-धीरे दोनों में पहले दोस्ती हुई और फिर देखते ही देखते प्यार हो गया. फोन पर बात करने से शुरू हुआ यह सिलसिला मुलाकातों में तब्दील हो गया. इसी मेलजोल के बीच युवती गर्भवती हो गयी. युवती ने जब इस बात की जानकारी अपने प्रेमी सुजीत को दी तो वह पहले तो शादी करने की बात करने लगा लेकिन बाद में मुकर गया. इससे नाराज होकर पीड़िता ने गढ़वा जिला के महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी.
बच्चा होने के बाद बनाईं दूरियां
शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके बाद अब युवकी अपने नवजात के साथ दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है. युवती 5 नवंबर को अपने नवजात बच्चे को लेकर सुजीत के घर पहुंची. वहीं प्रेमिका के घर के बाहर धरने पर बैठने की जानकारी के बाद सुजीत और उसका पूरा परिवार घर में ताला लगाकर फरार हैं. पीड़िता के मुताबिक अगस्त के महीने में ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया था. हालांकि बच्चे के जन्म के बाद प्रेमी सुजीत अपने वादे से मुकर गया और उसे अपनाने से इनकार कर दिया. इसके बाद ही पीड़िता ने सितंबर के महीने में महिला थाना में शिकायत की थी.
पीड़िता जिद पर अड़ी
इधर पीड़िता जिद्द पर अड़ी है कि बनूंगी तो इसी घर की बहु बनूंगी नहीं तो घर के बाहर अपनी जान दे दूंगी. न्याय की गुहार लगाते हुए रेखा कहती है कि उसे पूरी उम्मीद है कि उसका प्रेमी सुजीत प्रजापति उसे और उसके बच्चे को जरूर अपनाएगा. अगर उसने नहीं अपनाया तो वह वहीं पर जान दे देगी. फिलहाल प्रेमिका के प्रेमी के घर के बाहर नवजात बच्चे को लेकर धरने पर बैठने की घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है.