पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की गोवर्धन पूजा के संबंध में निर्देशों से जाहिर होता है कि भाजपा पहली बार गोवर्धन पूजा कर रही है. भारतीय परंपरा में गोवर्धन पूजा होते आई है, और सभी धर्म प्रेमी बंधु गोवर्धन पूजा करते हैं. भाजपा ने जिस तरीके जिस तरह से अपने नेताओं को गोवर्धन पूजा में भाग लेने के निर्देश दिया है उसे लगता है कि भाजपा के नेता गोवर्धन पूजा नहीं कर रहे थे इसलिए निर्देश देना पड़ा.
पटेल ने कहा कि सरकार कोई भी हो भारतीय संस्कृति की परंपराएं नियमित रूप से चलती आ रही हैं और जीवंत हैं. जब कांग्रेस की सरकार थी, तब गौशालाओं के प्रबंधन के लिए विशेष परियोजना लागू कर तीन हजार गौशालाएं बनकर तैयार होने को थी साथ ही एक हजार हाइटेक गौशालाएं बन रही थी. भाजपा ने इसे आगे नहीं बढ़ाया और योजना को बंद कर दिया. भाजपा सरकार ने स्वयं भी कोई प्रयास नहीं किए.
पटेल ने कहा कि प्रचार प्रसार का दिखावा करने के लिए गौ- कैबिनेट बनाई. जिसका आज तक कोई पता नहीं. सिर्फ एक बैठक हुई प्रचार के लिए, फिर सब बंद. गौ माता के लिए चारे का कोई ठोस प्रबंध नहीं कर पाए. बुजुर्ग हो चुकी गौ माता के लिए कोई डॉक्टर नहीं है. गौशाला में रखरखाव नहीं होने और प्रबंधन खराब होने के कारण गौ माताएं हाईवे पर बैठने को विवश है और आए दिन दुर्घटना हो रही है। जिससे गौवंश असमय कालकवलित हो रहे है.
भाजपा नेता गौ माता के साथ सेल्फी कब तक लेते रहेंगे ? कुछ ठोस कदम उठाने का भी कोई सबूत सरकार देगी. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को सभी मंत्रियों को निर्देश देना चाहिए कि प्रत्येक मंत्री कम से कम दस गौशालाओं को गोद ले और गौ माता की सेवा वास्तव में करें. सब जानते हैं यह दिन भाजपा के राज में कभी नहीं आयेगा.