सरकारी मदद में सेंध, हरदोई में फर्जी दस्तावेजों से राहत कोष की रकम हड़पी, ग्राम प्रधान गिरफ्तार

हरदोई : दैवीय आपदा राहत कोष से मिली सहायता राशि से आश्रित को वंचित रखने और फर्जीवाड़ा करके अन्य को लाभ दिलाने के मामले में जिले के अरवल थाना पुलिस ने ग्राम प्रधान को गिरफ्तार करके जेल भेजा है, प्रकरण में एसडीएम ने नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल सहित कुल 6 आरोपियों के खिलाफ अरवल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.

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बीती 19 अप्रैल को एसडीएम संजय कुमार अग्रहरी ने अरवल थाने में दी तहरीर में बताया था कि माधुरी पत्नी मृतक उपेश निवासी ग्राम बारामऊ थाना अरवल द्वारा जिला मजिस्ट्रेट हरदोई के समक्ष उपस्थित होकर इस आशय का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया कि उसके पति उपेश पुत्र पुतान की दिनांक 12 जुलाई 2024 को गांव के पास कुंडा नदी में डूब कर मृत्यु हो गई थी.

जिसकी सूचना उसके ससुराल वालों ने उसे नहीं दी और उसके पति का अंतिम संस्कार कर फर्जी प्रपत्रों के आधार पर सरकारी दैवीय आपदा राहत कोष से मिले चार लाख रुपये उसकी सास नन्हीं उर्फ पुतन्नी पत्नी पुतान ने अपने बड़े बेटे मुल्ला के साथ सांठगांठ करके निकाल लिए. जब वह अपने बच्चों को लेकर घर गई तो उपरोक्त आरोपियों ने उसे घर में नहीं घुसने दिया और मारपीट की.

अरवल थानाध्यक्ष ने बताया कि संपूर्ण प्रकरण की जांचोपरांत एसडीएम सवायजपुर संजय कुमार अग्रहरी की तहरीर के आधार पर कटियारी के नायब तहसीलदार अनेक सिंह, निलंबित राजस्व निरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला, निलंबित लेखपाल विपिन कुमार, मृतक उपेश की मां नन्ही उर्फ पुतन्नी, भाई मुल्ला, ग्राम प्रधान जगपाल पुत्र भरत सिंह निवासी ग्राम गढ़िया मजरा बारामऊ सहित 6 नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य संगीत धाराओं में केस पंजीकृत किया गया था.

सोमवार को थाने की पुलिस टीम ने ग्राम प्रधान जगपाल पुत्र भरत सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया. गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक प्रकाश, कांस्टेबल अंकुर कुमार, विवेक कुमार शामिल रहे.

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