देश के सरकारी बैंकों ने कर दिया कमाल, महज 3 महीने में कमा डाले 44218 करोड़ रुपये

psu banks earning: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की अगुवाई में देश के सरकारी बैंकों ने कारोबारी साल 2025-26 की पहली तिमाही में 44,218 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है. जबकि एक साल पहले की जून तिमाही में सभी 12 सरकारी बैंकों ने मिलकर 39,974 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. यानी कि कुल मिलाकर प्रॉफिट में 4,244 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.

स्टेट बैंक को हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा

लिस्ट में सबसे टॉप पर एसबीआई रहा. बैंक ने अप्रैल-जून तिमाही में 19,160 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया. यह वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के मुकाबले 12 परसेंट ज्यादा है. यानी कि साइज और प्रॉफिट दोनों ही मामले में देश का सबसे बड़ा ऋणदाता का अभी भी सार्वजनिक बैंकिंग बाजार पर कंट्रोल है. इंडियन ओवरसीज बैंक ने दूसरा स्थान हासिल किया. 76 परसेंट की बढ़त के साथ इसका नेट प्रॉफिट 1,111 करोड़ रुपये रहा. वहीं, 48 परसेंट बढ़कर पंजाब एंड सिंध बैंक का प्रॉफिट 269 करोड़ रुपये रहा.

इन बैंकों ने भी कमाया प्रॉफिट

इंडियन बैंक का नेट प्रॉफिट 23.7 परसेंट बढ़कर 2,973 करोड़ रुपये रहा. वहीं, 23.2 परसेंट की उछाल के साथ बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 1,593 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का प्रॉफिट 32.8 परसेंट बढ़कर 1,169 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

मुनाफे की दौड़ में पिछड़ गया पीएनबी

अकेला पंजाब नेशनल बैंक इकलौता ऐसा सरकारी बैंक है, जिसकी परफॉर्मेंस में जून तिमाही में गिरावट आई है. वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में पीएनबी का शुद्ध लाभ पिछले साल की इसी अवधि के 3,252 करोड़ रुपये से 48 परसेंट घटकर 1,675 करोड़ रुपये रह गया. हालांकि, अलग-अलग सेक्टर में सभी बैंकों का प्रदर्शन भिन्न रहा, लेकिन पहली तिमाही के नतीजे सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाताओं के लचीलेपन और सुधार की गति को दर्शाते हैं.

बैंक कैसे कमाते हैं पैसा?

बैंक लोन पर ब्याज, सरकारी प्रतिभूतियों, बॉन्ड और शेयरों में निवेश, अंतरबैंक लोन, डिजिटल बैंकिंग, ट्रेजरी ऑपरेशन, सेवा शुल्क और फीस इन तमाम तरीकों से पैसे कमाते हैं.

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