किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए सरकार समय-समय पर कई कोशिशें करती रहती है. किसानों को इसी कड़ी में बड़ा तोहफा देते हुए सरकार दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए उड़द और तूर दाल के MSP में 10% तक की बढ़ोतरी कर सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इसके साथ सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल में 5 से 7% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. कैबिनेट एक हफ्ते में इसे मंजूरी दे सकता है.इस साल सरकार बोनस का भी ऐलान कर सकती है. CACP ने सरकार को अपनी सिफारिशों में ये कहा है.
तूर और उड़द दाल का उत्पादन कम होना चिंताजनक है. धान की कीमतों में साल चार से पांच परसेंट की बढ़ोतरी हो सकती है. सरकार धान समेत 14 फसलों की एमएसपी तय करती है.
CACP क्या है और क्यों ये फसलों की MSP तय करता है?
कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर सरकार हर साल 23 फसलों के लिए एमएसपी का ऐलान करती है.सीएसीपी कृषि मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला आयोग है.सीएसीपी 23 फसलों पर एमएसपी की सिफारिश जारी करता है.
इसमें सात अनाज (मक्का, ज्वार, बाजरा, धान, गेहूं, जौ और रागी), पांच दालें (मूंग, अरहर, चना, उड़द और मसूर), सात तिलहन (सोयाबीन, तिल, सूरजमुखी, कुसुम, मूंगफली, तोरिया-सरसों, और नाइजर बीज) और चार कमर्शियल फसलें (कपास, खोपरा, गन्नाऔर कच्चा जूट) शामिल हैं.
दालों की महंगाई कम करने के लिए फुलप्रूफ प्लान
दालों पर महंगाई को कम करने के लिए सरकार ने फुलप्रूफ बना लिया है. संबंधित विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि देश में तीन दालों की कीमतों में कटौती देखने को मिलेगी. जिसमें अरहर, चना, और उड़द की दालें हैं. जिनकी कीमतें बीते 6 महीनों में ना बढ़ी हों, लेकिन हाई पर बनी हुई हैं. सरकार का कहना है कि मौजूदा समय में ऐसे कई उपाय किए जा रहे हैं जिससे इन तीनों दालों की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार की ओर से दालों की कीमतों को लेकर किस तरह की प्लानिंग की जा रही है.