भोपाल। सरकारी विभागों के कर्मचारियों की देर से कार्यालय आने और गायब हो जाने की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार बॉयोमेट्रिक फेस से उपस्थिति की व्यवस्था इस बार कड़ाई से लागू करने का मन बना रही है। यह व्यवस्था प्रदेश मुख्यालय से लेकर नीचे तक सभी विभागों के प्रत्येक कार्यालय में लागू करने की योजना है। केंद्र सरकार के कार्यालयों की तर्ज पर इसे लागू करने पर फिर से काम किया जा रहा है।
बता दें कि पहले भी शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में बॉयोमेट्रिक फेस अटेंडेंस लागू करने की पहल की गई थी, लेकिन यह सफल नहीं हो सकी, लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) हाल ही में इसको लागू करने के निर्देश दे चुका है।
समस्त विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर कहा गया है कि उन्हें मंत्रालय से लेकर मुख्यालय और जिला से लेकर तहसील कार्यालय तक कर्मचारियों की उपस्थिति की व्यवस्था लागू करनी होगी। इसके लिए आधार सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली (एईबीएएस) उपकरण क्रय किए जाएंगे।
खास बात यह है कि कर्मचारियों की ईएल और सीएल भी इसी प्रणाली के साफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकृति या खारिज की जाएगी। दिव्यांग कर्मचारियों की सुविधा के लिए इसमें अलग व्यवस्था होगी। जीएडी के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी का कहना है कि सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।
मंत्रालय के कर्मचारियों के स्मार्ट आइडी कार्ड पर भी विचार कारपोरेट आफिस की तर्ज पर मंत्रालय के कर्मचारियों के स्मार्ट आइडी कार्ड बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। कार्ड के स्केन करने पर गेट ओपन होने से लेकर अन्य कार्य कार्ड की मदद से संभव हो सकेंगे। हालांकि इस पर अभी सहमति नहीं बनी है।