पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार सुबह एक स्पेशल ट्रेन से मालदा के लिए रवाना हो गए हैं, जहां वह हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और पीड़ित लोगों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद राज्यपाल मुर्शिदाबाद जाएंगे. हालांकि, सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल से अपना दौरा स्थगित करने की अपील की थी.
जानकारी के अनुसार, राज्यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार सुबह सियालदह JID स्पेशल ट्रेन से मालदा के रवाना हो गए हैं. वह करीब दोपहर पौने तीन बजे मालदा पहुंचेंगे, जहां हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. इसके बाद राज्यपाल मुर्शिदाबाद जाएंगे. यहां भी वह हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और अधिकारियों से जानकारी लेंगे.
‘केंद्र को सौंपेंगे रिपोर्ट’
दौरे पर जाने से पहले राज्यपाल ने आजतक से बात करते हुए कहा कि वह फील पर जाएंगे और केंद्र को इसकी रिपोर्ट सौंपेंगे. उन्होंने ये भी बताया कि वह मुर्शिदाबाद ही नहीं, बल्कि मालदा भी जाएंगे, क्योंकि गुरुवार को मालदा हिंसा के पीड़ितों ने राजभवन में उनसे मुलाकात की थी.
दरअसल, वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद जिले के मुस्लिम बहुल शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई. इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी.
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने बंगाल के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में राज्यपाल के दौरे से पहले गुरुवार के उन पर निशाना साधा. टीएमसी प्रवक्ता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा न करने की अपील की थी. वह अपने जोखिम पर आगे बढ़ रहे हैं, अगर उनके दौरे के बाद कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए राज्यपाल पूरी तरह जिम्मेदार होंगे. उनका कदम एक गैर जिम्मेदार नागरिक की तरह लग रहा है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे राज्यपाल और उनके सहयोगियों की साजिश का शिकार न बनें.’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस हिंसा में बाहरी लोगों की बड़ी साजिश है और बीएसएफ की भूमिका भी संदिग्ध है. शांति बहाल करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है. मुख्यमंत्री क्षेत्र का दौरा कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है. वह सही वक्त पर वहां का दौरा करेंगी.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल का दौरा बीजेपी द्वारा उकसाया गया प्रतीत होता है. हालांकि, राज्य सरकार पीड़ितों के घरों का पुनर्निर्माण करके और वित्तीय सहायता प्रदान करके सक्रिय रूप से उनका समर्थन कर रही है. हमारा लक्ष्य प्रभावित लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाना है.
NCW और NHRC की टीम भी मुर्शिदाबाद रवाना
इसी बीच अध्यक्ष विजया रहाटकर के नेतृत्व में ncw की एक टीम और nhrc की एक अन्य टीम भी मुर्शिदाबाद के लिए रवाना हो गई है जो हिंसा से प्रभावित महिलाओं से मुलाकात करेगी.
गुरुवार को शहर के हवाई अड्डे पर पहुंचने पर रहाटकर ने मीडिया से कहा कि पैनल ने 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के कुछ स्थानों पर निर्दोष लोगों के खिलाफ हुई हिंसा का पहले ही स्वत: संज्ञान ले लिया है और इसकी जांच के लिए एक जांच समिति गठित की है.
उन्होंने कहा कि हम अपने दौरे के दौरान मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में हिंसा से प्रभावित महिलाओं से विस्तार से बात करेंगे. हिंसा से महिलाओं पर बुरा असर पड़ा है. हमारी टीम मामले की जांच कर रही है, महिलाएं डरी हुई हैं. सुना है कि बहुत से लोग पलायन कर गए हैं. हिंसा के दौरान महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं हुआ है. इस दौरान उनके साथ अर्चना मजूमदार जैसे आयोग के अन्य सदस्य भी मेरे साथ होंगे.