उत्तर प्रदेश: रामनगरी अयोध्या अब तीर्थयात्रियों का स्वागत ऐतिहासिक स्मृति द्वारों के माध्यम से करेगी. शहर के प्रमुख मार्गों पर ऐसे भव्य द्वार बनाए जा रहे हैं, जो राष्ट्रनायकों की स्मृति को समर्पित होंगे और अयोध्या की आध्यात्मिक पहचान को और सशक्त बनाएंगे. विधायक वेद प्रकाश गुप्ता की निधि से पांच ऐतिहासिक स्मृति द्वारों का निर्माण प्रस्तावित है.
इनमें लौह पुरुष सरदार पटेल स्मृति द्वार, बाकरगंज बाजार (अयोध्या-अम्बेडकरनगर मार्ग) पर बनेगा, जिसकी लागत ₹16.57 लाख है। इसमें से ₹9.42 लाख की पहली किश्त जारी हो चुकी है.अटल बिहारी वाजपेयी द्वार, अयोध्या-गोंडा मार्ग पर पेट्रोल पंप के पास बनेगा. इसकी लागत ₹17.17 लाख है और ₹10.30 लाख की राशि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है. पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वार, रायबरेली मार्ग पर मऊशिवाला के निकट बनाया जाएगा. जिसकी लागत ₹17.18 लाख है.
अशोक सिंहल द्वार, लखनऊ मार्ग स्थित सहादतगंज पर बनेगा, इसकी भी लागत ₹17.18 लाख तय की गई है. महाराजा अग्रसेन द्वार, प्रयागराज मार्ग स्थित लगड़ा चौकी पर बनेगा, जिसकी अनुमानित लागत ₹8.64 लाख है. इसके अलावा विकास कार्यों की श्रृंखला में ग्राम ऐमी आलापुर और कृष्णानगर वार्ड में ₹25-25 लाख की लागत से दो बारातघरों का निर्माण किया जा रहा है.
पर्यटन और धार्मिक स्थलों का भी होगा विकास
हनुमानगढ़ी मंदिर के पास रामकोट क्षेत्र में ₹16.86 लाख की लागत से पर्यटन स्थल का सौंदर्यीकरण जारी है. मुंडन स्थल का निर्माण कार्य ₹15.31 लाख की लागत से किया जा रहा है. साथ ही फिरोजपुर गांव में ₹10.60 लाख की लागत से चौपाल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है.
बंधन बाबा कुंड का सौंदर्यीकरण भी प्रस्तावित
चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग पर स्थित प्रसिद्ध बंधन बाबा कुंड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना भी तैयार की गई है. इससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और अयोध्या की धार्मिक गरिमा और सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकेगा.