अयोध्या: नववर्ष 2025 के पहले दिन रामलला अपने दिव्य स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगे. भगवान राम रत्नजड़ित वस्त्र और सोने के मुकुट से अलंकृत होकर श्रद्धालुओं के समक्ष प्रकट होंगे। मंदिर प्रशासन ने इस विशेष अवसर के लिए भव्य तैयारियां की हैं.मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया गया है, और रामलला के दरबार में दो लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावना है.
विशेष व्यवस्था और बढ़ी हुई दर्शन अवधि
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने नववर्ष पर भक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए हैं. प्रसाद वितरण के लिए तीन अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की गई है ताकि कोई भी भक्त प्रसाद से वंचित न रहे. रामलला के दर्शन मार्ग और निकासी मार्ग पर भीड़ नियंत्रण के उपाय किए गए हैं.
रामलला के दर्शन के लिए समय अवधि को भी एक घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है. 1 जनवरी को शयन आरती के सभी पास रद्द कर दिए गए हैं ताकि अधिक से अधिक भक्त दर्शन कर सकें.
हनुमानगढ़ी और अन्य मंदिरों में भी उमड़ेगी भीड़
सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी और कनकभवन में भी लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। हनुमानगढ़ी के पुजारी हेमंत दास ने बताया कि यहां दो से तीन लाख भक्त पहुंच सकते हैं. दशरथ महल, मणिराम दास की छावनी, और अशर्फी भवन जैसे अन्य मंदिरों में भी सजावट की गई है.
सरयू नदी के तट पर भी नववर्ष के दिन विशेष आरती की जाएगी। 1001 बत्तियों की महाआरती के आयोजन के साथ मां सरयू की पूजा-अर्चना की जाएगी.
फूलों के बाजार में बढ़ी रौनक
नववर्ष के अवसर पर अयोध्या के फूल बाजार में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। रोजाना लगभग 50 क्विंटल फूलों की बिक्री हो रही है. स्थानीय और विदेशी फूलों की मांग बढ़ने से बाजार में गुलाब, जारबेरा, आर्केट और लीली जैसे फूल छाए हुए हैं.
भक्तों के लिए विशेष संदेश
मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि वे दर्शन के दौरान अनुशासन बनाए रखें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें. रामलला के दिव्य स्वरूप के दर्शन के साथ नववर्ष का स्वागत करना भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा.