छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव के पंचायत दातलावादी से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया है. 22 साल की युवती स्वाति, जो हाल ही में सगाई के बाद विवाह की तैयारियों में लगी थी, दहेज के दबाव से तंग आकर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
परिजनों के अनुसार, स्वाति के मंगेतर शशी शेखर और उसके परिवार के 2 अन्य सदस्य लगातार दहेज में नगदी और अन्य सामान की मांग कर रहे थे. इसी कारण मानसिक और भावनात्मक प्रताड़ना से जूझती स्वाति ने यह कठोर कदम उठाया. मृतका के छोड़े गए सुसाइड नोट में उसने दहेज को लेकर हो रही प्रताड़ना का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है.
‘लगातार हो रही मांगों और धमकियों से टूट चुकी थी’
स्वाति ने नोट में लिखा कि वह लगातार हो रही मांगों और धमकियों से टूट चुकी थी और अब इसे और नहीं सह सकती. घटना की सूचना पर जुन्नारदेव पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शशी शेखर और 2 अन्य आरोपियों के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी नागपुर जिले के सावनेर का रहने वाला बताया गया है.
स्वाति की मौत से उसका परिवार गहरे शोक में डूबा है. पिता ने कहा, “हमारी बेटी ने कभी किसी का बुरा नहीं किया, उसके साथ यह सब क्यों हुआ?” परिवार के सदस्यों ने कहा कि मंगेतर शशी शेखर स्वाति से दहेज के नाम पर पैसों की मांग कर रहे थे. फोन पर दबाव बनाकर अधिक पैसे और सामान की मांग ने स्वाति को मानसिक रूप से पूरी तरह तोड़ दिया था.
दहेज के खिलाफ सख्त कानूनों की मांग
गांव में दहेज प्रथा के खिलाफ रोष और आक्रोश है. ग्रामीणों ने इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने की मांग की है. स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है. साथ ही सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दहेज के खिलाफ सख्त कानूनों की प्रभावी क्रियान्वयन की मांग की है.