उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक छोटी सी किराने की दुकान के मालिक को तब झटका लगा जब उसे सरकारी नोटिस आया. ये एक टैक्स नोटिस था वह भी कुल 141 करोड़ का. उन्होंने आरोप लगाया है कि दिल्ली में छह कंपनियां स्थापित करने के लिए उनके पैन कार्ड का दुरुपयोग किया गया है. यही कारण है कि उन्हें इस तरह का नोटिस आया है.
खुर्जा के नयागंज इलाके में रहने वाले सुधीर ने बताया कि वह अपने घर में एक मामूली किराने की दुकान चलाते हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्हें पहली बार 2022 में नोटिस दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कर अधिकारियों को बताया कि उनका इन कंपनियों से कोई संबंध नहीं है.
सुधीर ने कहा, ‘इस साल 10 जुलाई को, मुझे एक और नोटिस मिला, जिसमें दावा किया गया था कि मैंने 1,41,38,47,126 रुपये की बिक्री की सूचना दी है, जिससे मैं हैरान रह गया.’ उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पैन कार्ड का इस्तेमाल दिल्ली में कई कंपनियों को खड़ा करने के लिए किया गया है.
खुर्जा थाना प्रभारी पंकज राय ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. अधिकारियों का कहना है कि पैन कार्ड धोखाधड़ी तब होती है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के पैन डीटेल का अवैध रूप से बैंक खाते खोलने, फर्जी कंपनियां बनाने, ऋण प्राप्त करने या कर चोरी करने के लिए उपयोग करता है.
पीड़ितों को अक्सर अप्रत्याशित कर नोटिस या वसूली कॉल आने के बाद ही धोखाधड़ी का पता चलता है. विशेषज्ञ, जोखिम कम करने के लिए नियमित रूप से क्रेडिट रिपोर्ट की जाँच करने और पैन को आधार से जोड़ने की सलाह देते हैं.