मुरैना। मुरैना जिले के जौरा थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव में सोमवार को पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। पुलिस सबलगढ़ में हुई छह लाख रुपये की लूट के संदिग्ध संदीप रावत को पकड़ने पहुंची थी, जिसकी उसी दिन शादी थी।
बरात की तैयारी के बीच पुलिस की अभद्रता से नाराज परिजन, रिश्तेदार और ग्रामीणों ने पथराव कर पुलिस को खदेड़ दिया। इस हंगामे में पुलिस वाहनों के शीशे टूट गए। पुलिसकर्मियों को छिपकर जान बचानी पड़ी। संदीप को थाने ले जाया गया, लेकिन भीड़ के हंगामे के बाद उसे छोड़ दिया गया।
बरात के बीच पुलिस की कार्रवाई
सबलगढ़ में दो दिन पहले व्यापारी मनोज गुप्ता की आंखों में मिर्च डालकर 6 लाख रुपये की लूट हुई थी। इस मामले में पुलिस को शंकरपुरा के संदीप पुत्र भौंरू रावत पर शक था। जौरा टीआइ उदयभान यादव के नेतृत्व में तीन पुलिस वाहनों में सवार टीम दोपहर शंकरपुरा पहुंची।
उस समय संदीप की बरात की निकासी हो रही थी, जो सबलगढ़ के रुनघान खालसा गांव जाने वाली थी। पुलिस ने दूल्हा बने संदीप को पकड़ लिया। कथित तौर पर गालीगलौज करते हुए ले जाने लगी।
ग्रामीणों का आक्रोश और पथराव
पुलिस की इस कार्रवाई से संदीप के स्वजन और ग्रामीण भड़क गए। उनका कहना था कि संदीप पर कोई अपराध दर्ज नहीं है। गुस्साई भीड़, खासकर महिलाओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी इधर-उधर भागे और कुछ ने गाड़ियों व घरों में शरण ली। पथराव में टीआइ की स्कार्पियो, थाने की बोलेरो और डायल 100 वाहन के शीशे टूट गए।
थाने पर हंगामा
पुलिस किसी तरह संदीप को थाने ले गई, लेकिन वहां भी ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने संदीप को छोड़ दिया। एसडीओपी नितिन बघेल ने बताया कि संदिग्ध की तस्दीक के लिए पुलिस गई थी, लेकिन कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया। मामले की जांच की जा रही है।