गुजरात के राजकोट के रेलनगर क्षेत्र में आयोजित सर्वधर्म सामूहिक विवाह में बड़ा विवाद हो गया. इस विवाह समारोह में जब वर और वधू के परिवार शादी करने पहुंचे, तो आयोजक ही मौके पर नहीं थे, जिसके कारण शादी का आयोजन बीच में ही रुक गया. लोग इस घटना से काफी गुस्से में थे और उनके बीच हंगामा मच गया. मामला बढ़ने पर तुरंत पुलिस को सूचित किया गया और स्थिति को नियंत्रण में किया गया.
इस विवाह कार्यक्रम का आयोजन ऋषि वंशी समाज सेवा संघ द्वारा किया गया था, जिसमें कुल 28 युवतियों की सामूहिक शादी होनी थी. यह आयोजन बुरी तरह से विफल हो गया क्योंकि आयोजक मौके पर मौजूद नहीं थे. विवाह के लिए पहुंचे परिवारों और मेहमानों के बीच काफी गुस्सा देखने को मिला.
आयोजकों के नाम आए सामने
विवाह के आयोजकों में चंद्रेश छत्रोला, दिलीप गोहेल और दीपक हिरानी का नाम सामने आया है. आयोजक विवाह के दिन ही फरार हो गए, जिसके कारण लोग बुरी तरह से परेशान हो गए. कुछ परिवार निराश होकर वापस घर लौट गए, जबकि अन्य लोगों को भवदेव द्वारा शादी की रस्में कराई गईं.
आयोजक चंद्रेश छत्रोला पर आरोप
इस घटना में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि आयोजक चंद्रेश छत्रोला पर पहले भी धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं. उन्होंने पहले भी लोगों से पैसे लेकर शादी का आयोजन करने का वादा किया था, लेकिन फिर उन्हें धोखा दे दिया. DCP (जोन-1) सज्जनसिंह परमार ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया और कहा कि चंद्रेश छत्रोला ने पिछले साल भी ऐसे ही धोखाधड़ी की थी.
इस मामले में शिकायत दर्ज की गई हैं और पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
धोखाधड़ी से टूटा लोगों का विश्वास
इस मामले ने सभी को हैरान कर दिया और इस तरह की धोखाधड़ी से लोगों का विश्वास टूट गया. आयोजकों द्वारा की गई इस धोखाधड़ी के कारण अब तक 20,000 रुपये एक परिवार से और 40,000 रुपये वर और वधू से वसूल किए गए थे. पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.