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गुना: पत्नी की हत्या करने आया, चाचा ससुर को मार डाला, बेटा नहीं होने पर ससुराल वाले करते थे मारपीट, बहन से शादी करना चाहता था पति

गुना में बेटी से दूसरी शादी नहीं कराने पर एक शख्स की हत्या के मामले में सभी आरोपी फरार हैं. मुख्य आरोपी मृतक के बड़े भाई के समधी हैं. दरअसल, हमलावर अपनी पत्नी को मारने आया था, लेकिन चाचा ससुर पर का मर्डर कर दिया.

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गोपालगढ़ गांव में गुरुवार-शुक्रवार रात भूरा (40) बंजारा पर धनराज बंजारा, उसके बेटे कोमल ने 7-8 लोगों के साथ सोते समय फायरिंग कर दी. उसे बचाने आई भूरा की बेटी पिंकी पर भी फायरिंग की. इसमें भूरा की मौत हो गई, जबकि पिंकी घायल है.

गांव में एक पठार पर 10-15 घरों का डेरा है. कच्चे रास्ते से होते हुए हम वहां पहुंचे. दूसरे छोर पर भूरा बंजारा का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. भूरा की पत्नी बेसुध थी. आंगन में पेड़ के नीचे रिश्तेदार बैठे थे.

भूरा बंजारा 3 भाई हैं. वह सबसे छोटा था. सबसे बड़ा भाई दयाराम और उससे छोटा गंगा बंजारा है. धनराज अपने बेटे कोमल की दूसरी शादी भूरा की बेटी पिंकी से कराना चाहता था, लेकिन भूरा राजी नहीं था.

मृतक भूरा के बड़े भाई गंगा बंजारा ने बताया कि ‘रात 12:30 बजे चार बाइक घर के बाहर से गुजरीं. वह बड़े भाई दयाराम बंजारा के घर की तरफ गईं. हम समझ गए कि दयाराम के समधी धनराज साथियों के साथ आए हैं. वह हमला कर सकते हैं, क्योंकि उनके साथ पैसों के लेनदेन का भी विवाद चल रहा है. मैंने दयाराम को कॉल कर सतर्क कर दिया. दयाराम ने पड़ोसियों को इकट्ठा कर लिया. इस कारण आरोपी हमला नहीं कर पाए और वापस लौट गए.

मेरी मौसी का घर भी पास में ही है. आरोपी रात 2 बजे मौसेरे भाई परसराम के घर भी पहुंचे. उनमें से एक ने उन पर बंदूक तान दी. उससे भूरा के घर का पता पूछा और थप्पड़ मार दिया.

शोर सुनकर वे चले गए. कुछ दूर ही मेरा और भूरा का घर है. शोर सुनकर मैं, भूरा और पिंकी परसा के घर की तरफ भागे. रास्ते में समधी धनराज, दामाद कोमल और उसके अन्य साथी मिल गए. ये लोग चार बाइक पर सवार थे. करीब 8-10 लोग होंगे. उन्होंने पहले भूरा पर फायर किया. इससे वह निढाल होकर गिर पड़ा. इसके बाद भूरा की बेटी पिंकी पर भी गोली चला दी. गोली पिंकी के कंधे पर लगी. सभी गाली-गलौज करते हुए भाग गए. मैं बाउंड्री के पीछे छिप गया, तो बच गया. उनके जाने के बाद दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने भूरा को मृत घोषित कर दिया.’

दयाराम की बड़ी बेटी जशोदा ने बताया, ‘मेरी शादी को 7 साल पहले धनराज के बेटे कोमल से परांठ गांव में हुई थी. मैंने दो बेटियों को जन्म दिया. बेटा नहीं होने पर पति रोजाना ताने देता था. कहता था- लड़का नहीं है तेरे को, भगा दूंगा. तुझे नहीं रखूंगा. रोजाना गाली-गलौज और मारपीट करता था. ससुराल वाले भी प्रताड़ित करते थे. मैं बीमार हो रही थी. इलाज भी नहीं कराया. पिछले रविवार पापा मुझे घर ले आए. उन्होंने ही इलाज कराया. वो मुझे ही मारने आए थे, लेकिन चाचा को मार दिया.’

मृतक के बड़े भाई गंगा ने बताया कि आरोपी भूरा की बेटी से उसके लड़के की शादी कराने का दबाव बना रहे थे. उनका कहना था कि जिस लड़की से शादी हुई, उसे बेटा नहीं हो रहा. इसलिए भूरा अपनी बेटी पिंकी से उसकी शादी करा दे. भूरा ने पिंकी की शादी दूसरी जगह तय कर दी थी. डेढ़ महीने बाद उसकी शादी है। भूरा ने भी उस लड़की को बड़े भाई दयाराम से गोद लिया था.

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