छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस (1 नवंबर) के अवसर पर दिए जाने वाले राज्य अलंकरण पुरस्कारों के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने विज्ञापन जारी कर खिलाड़ियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। सिलेक्शन के बाद गुंडाधुर और महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव सम्मान दिया जाएगा।
- गुंडाधुर सम्मान – किसी एक खिलाड़ी या एक दल को दिया जाएगा। इसमें 1 लाख रुपए नगद, अलंकरण फलक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
- महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव सम्मान – यह सम्मान विशेष रूप से तीरंदाजी खेल के खिलाड़ी को दिया जाता है। इसमें भी 1 लाख रुपए नगद, अलंकरण फलक और प्रशस्ति पत्र शामिल है। पुरस्कार केवल एक बार।
खेल विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह पुरस्कार किसी खिलाड़ी को जीवन में केवल एक बार ही दिया जा सकेगा।
आवेदन की प्रक्रिया और अंतिम तिथि
- आवेदन का प्रारूप खेल विभाग की वेबसाइट sportsyw.cg.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है।
- आवेदन और अनुशंसा पत्र 25 सितंबर 2025 तक सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, जीई रोड रायपुर स्थित खेल संचालनालय या जिला खेल कार्यालय में जमा किए जा सकते हैं।
- राज्य और केंद्र सरकार/सार्वजनिक उपक्रम के अधिकारी-कर्मचारियों को संबंधित नियमों का पालन करना होगा।
खेल संचालनालय की ओर से राज्य के खेल संघों और संस्थाओं को भी पत्र जारी कर खिलाड़ियों से आवेदन आमंत्रित करने को कहा गया है।
महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव सम्मान के लिए ये हैं मानदंड
खेल विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक, यह सम्मान मुख्य रूप से तीरंदाजी के खिलाड़ियों को दिया जाएगा। यह सम्मान उन खिलाड़ियों को मिलेगा जिन्होंने वर्ष 2024-25 में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से खेलते हुए स्वर्ण, रजत या कांस्य पदक जीता हो। या अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो।
ऑप्शनल नियम भी तय
यदि किसी साल तीरंदाजी में उपरोक्त उपलब्धि वाले खिलाड़ी नहीं मिलते हैं, तो यह नियम तीन साल तक लागू रहेगा। इस दौरान राष्ट्रीय शालेय प्रतियोगिता या राष्ट्रीय अंतरविश्वविद्यालयीन प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले तीरंदाजों को भी इस सम्मान के लिए विचार में लिया जाएगा।
अन्य खेलों के खिलाड़ियों को भी मौका
यदि लगातार किसी वर्ष तीरंदाजी में पात्र खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होते हैं, तो भारत सरकार के युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त अन्य खेलों के खिलाड़ियों को भी इस सम्मान के लिए शामिल किया जाएगा। शर्त यह होगी कि उन्होंने पिछले वर्ष राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से पदक जीता हो या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो।
गुण्डाधूर सम्मान के चयन के लिए मापदंड
यह सम्मान एक खिलाड़ी या एक दल को दिया जाएगा। यह सम्मान उन खिलाड़ियों को मिलेगा जिन्होंने वर्ष 2024-25 (विगत वर्ष) में ऐसे खेलों की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से खेलते हुए स्वर्ण, रजत या कांस्य पदक प्राप्त किया हो। या फिर अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो।
खेलों की सूची भारत सरकार की गाइडलाइन पर आधारित
खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने स्पष्ट किया है कि गुंडाधुर सम्मान उन्हीं खेलों के खिलाड़ियों को मिलेगा जिन्हें भारत सरकार, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर के खेल अलंकरण के लिए विचार क्षेत्र में शामिल किया गया है।