गुरुग्राम पुलिस ने डूंडाहेड़ा गांव में फर्जी तरीके से चल रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जहां हर्बल दवाइयों के नाम पर ठगी की जा रही थी. इस कॉल सेंटर से 4 लड़कियों सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, 6 जनवरी को साइबर क्राइम यूनिट वेस्ट को सूचना मिली थी कि डूंडाहेड़ा गांव में फर्जी कॉल सेंटर संचालित हो रहा है. सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और इस कॉल सेंटर को बंद कराया.
आरोपी दी वैदिक आयुर्वेदिक नाम से फेसबुक पेज बनाकर स्वर्गीय डॉक्टर राजीव दीक्षित के नाम पर हर्बल दवाइयों का विज्ञापन कर रहे थे. जब लोग विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क करते थे या फेसबुक पेज पर डिटेल भरते थे, तो आरोपी उनसे ऑर्डर लेकर पैसे बैंक खातों में जमा कराते थे. इसके बाद, नकली दवाइयां भेजी जाती थीं. कुछ मामलों में क्यूआर कोड और यूपीआई आईडी के जरिए अतिरिक्त पैसे ठगे जाते थे.
फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
पुलिस ने बताया कि अमनदीप और रंजीत इस कॉल सेंटर के संचालक हैं. वो अन्य लोगों को 18-20 हजार रुपये की सैलरी और ज्यादा बिक्री पर बोनस देकर काम पर रखते थे. आरोपियों ने स्वीकार किया कि वो पिछले 9-10 महीनों से ठगी कर रहे थे.
पुलिस ने 11 लोगों को अरेस्ट किया
पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल किए गए 2 लैपटॉप, 4 मोबाइल फोन और नकली दवाइयां जब्त की हैं. सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 318, 319, 612BNS और आईटी एक्ट की धारा 66D के तहत मामला दर्ज किया गया है.