मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रामकृष्ण आश्रम के संचालक स्वामी सुप्रिदिप्तानंद से ढाई करोड़ की ठगी करने वाले 10 आरोपियों को यूपी के लखनऊ से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच और एसआईटी ने पहले ही इस मामले में एक महिला सहित 9 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अब पकड़े गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. लेकिन, हैरत की बात यह है कि अभी तक मुख्य आरोपी फरार है.
पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल, लैपटॉप, पासबुक और कुछ चेक बुक बरामद किए हैं. लेकिन, पुलिस ने ठगी की रकम के बारे में कुछ नहीं बताया है.जानकरी के मुताबिक, ग्वालियर के रामकृष्ण आश्रम के स्वामी सुप्रिदिप्तानंद साइबर फ्रॉड का शिकार हुए थे. पुलिस को महंत ने बताया था कि 17 मार्च को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया था, जिसमें फोन करने वाले ने अपने आप को महाराष्ट्र की नासिक पुलिस का अधिकारी बताते हुए उनसे मनी लांड्रिंग के आरोपी के साथ करोड़ों रुपए का लेनदेन की बात कर डराया था.
26 दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट
वीडियो कॉल में बाकायदा स्क्रीन पर नासिक पुलिस का बोर्ड और पुलिस यूनिफॉर्म में बैठा युवक बात करता दिख रहा था. ठग से बातचीत में पहले महंत को मनी लांड्रिंग केस में फंसाने के साथ ही घर परिवार और परिचितों से बात नहीं करने की धमकियां दी गई. फिर ED का डर दिखाकर 26 दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया. इस बीच अलग-अलग बैंक खातों में साइबर ठगों ने 2 करोड़ 53 लाख रुपए ट्रांसफर कराए.
19 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
हालांकि, पुलिस ने पूरे मामले में एक महिला सहित नौ आरोपियों में पहले गिरफ्तार किया था. अब इस मामले में 10 आरोपियों को पकड़ा गया है. मुख्य आरोपी की तलाश अब भी जारी है. उल्लेखनीय है कि रामकृष्ण आश्रम मिशन के संचालक से 2 करोड़ 53 लाख रुपए की ठगी मामले का यह रैकेट पूरे देश भर में फैला हुआ है. इसमें निजी बैंक के मैनेजर कर्मचारी और अन्य लोग भी शामिल बताए गए हैं. एक महिला सहित अभी तक कुल 19 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी तलाश जारी है.