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कोतवाल बांध से बुझेगी ग्वालियर की प्यास, चंबल पाइपलाइन प्रोजेक्ट से चंबल वॉटर बनेगा वरदान

ग्वालियर: बीते एक दशक से ग्वालियर की पेयजल आपूर्ति के लिए चंबल से पानी लाने के लिए बनाया गया चंबल पाइपलाइन प्रोजेक्ट अब धरातल पर आता दिखाई दे रहा है. क्योंकि आखिरकार प्रदेश के जल संसाधन विभाग से मुरैना के कोतवाल बांध से 34.5 मेट्रिक घन मीटर पानी ग्वालियर लाने की स्वीकृति दे दी है. यानि अब ग्वालियर वासी चंबल का पानी पी सकेंगे.

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376 करोड़ की पगट से तैयार हो रहा प्रोजेक्ट

बीते साल 8 अक्टूबर 2023 में पेयजल संकट से जूझ रहे ग्वालियर को पानी की नई लाइफलाइन देने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 376 करोड़ की लागत से बनने वाले चम्बल पाइप लाइन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. लेकिन इसके बाद काम अधर में लटक गया. वैसे तो यह प्रोजेक्ट एक दशक से ज्यादा समय से अटका हुआ था लेकिन इसकी राशि बढ़ाकर शिलान्यास का काम पिछले साल हुआ. लेकिन यह काम भी आगे नहीं बढ़ सका. आखिरकार अगस्त 2024 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव में इस्तेमाल प्रोजेक्ट के लिए बातचीत हुई और आपका आगे बढ़ता नजर आ रहा है.

अमृत योजना के तहत मिली दो स्वीकृति

इस प्रोजेक्ट को दो साल में पूरा होना है, जिसमें इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत चम्बल नदी के पानी (90 एम.एल.डी.) एवं कोतवार डेम के पानी (60 एम.एल.डी.) को ग्वालियर में वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्टस तक लाये जाने की योजना अमृत 2.0 के तहत स्वीकृत हुई थी. लेकिन बात मुरैना के कोतवाल बांध पर आकर अटक गई थी. और अब ये समस्या भी दूर हो चुकी है.

चंबल से मुरैना, मुरैना से ग्वालियर आएगा पानी

इस पूरे प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए ग्वालियर और मुरैना दोनों ही जिलों में काम जारी है. जहां मुरैना नगर निगम के द्वारा चम्बल नदी में इन्टेक बैल निर्मित किया जा रहा है. जिससे 150 एम.एल.डी. पानी देवरी, मुरैना तक पम्पिंग कर लाया जायेगा और इससे मुरैना की जल प्रदाय व्यवस्था के लिए 60 एम.एल.डी. पानी का उपयोग किया जायेगा. वहीं, चम्बल नदी के बचे 90 एम.एल.डी. पानी को ग्वालियर नगर निगम द्वारा योजना में देवरी पर पम्पिंग स्टेशन निर्मित कर पाइप लाइन के माध्यम से पम्पिंग कर ग्वालियर लाया जायेगा.

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