ज्ञानेश कुमार ने संभाला मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार, जानिए कौन हैं नए CEC

चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभाल लिया है. कानून मंत्रालय ने सोमवार देर रात एक गजट नोटिफिकेशन के जरिए बताया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को देश का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त और हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है.

Advertisement

कार्यभार संभालने के बाद नवनियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “राष्ट्र निर्माण की पहली सीढ़ी मतदान है. इसलिए भारत का हर नागरिक जो 18 वर्ष की उम्र पूरी कर चुका है, उसे मतदाता बनना चाहिए और हमेशा मतदान करना चाहिए. भारत के संविधान, चुनावी कानूनों, नियमों और उसमें जारी निर्देशों के मुताबिक भारत का चुनाव आयोग मतदाताओं के साथ था है और हमेशा रहेगा.”

ज्ञानेश कुमार, भारत के 26वें सीईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में केरल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे. इसी तरह, वह तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे, जो 2026 में होने वाले हैं. चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पदभार ग्रहण करने के बाद बधाई दी.

कौन हैं ज्ञानेश कुमार?

1988 बैच के केरल कैडर के IAS अफसर ज्ञानेश कुमार का जन्म 27, जनवरी 1964 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था. उन्होंने वाराणसी के क्वींस कॉलेज और लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कॉलेज से अपनी शुरुआती पढ़ाई की. इसके बाद IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक, आईसीएफएआई से बिजनेस फाइनेंस में पोस्ट ग्रेजुएशन और और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एनवायरमेंटल इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. वह केरल में एर्नाकुलम के असिस्टेंट कलेक्टर, अडूर के डिप्टी-कलेक्टर, केरल राज्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विकास निगम के प्रबंध निदेशक, कोचीन नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर रहे. साथ ही अन्स कई पदों पर अपनी सेवाएं दी.

केरल सरकार के सेक्रेटरी के रूप में, ज्ञानेश कुमार ने फाइनेंस रिसोर्सेज, फास्ट-ट्रैक प्रोजेक्ट्स और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट जैसे विभिन्न विभागों को संभाला. भारत सरकार में उनके पास रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है. वह 31 जनवरी, 2024 को भारत सरकार के सहकारिता सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए और 14 मार्च, 2024 को भारत निर्वाचन आयोग में उनकी बतौर चुनाव आयुक्त नियुक्ति हुई.

राम मंदिर निर्माण कमेटी का हिस्सा रहे…

ज्ञानेश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद निर्णयों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण कमेटी के सदस्य भी रहे, जिसके चेयरमैन पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा हैं. उन्हें केंद्र सरकार ने श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया था. वह राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप वाली मूर्ति के चयन के निर्णायक मंडल में भी रहे.

Advertisements