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इंदौर में पाक झंडे वाले गुब्बारे बिकने पर हड़कंप, एटीएस ने व्यापारी से पूछताछ की

इंदौर के सियागंज इलाके में पाकिस्तानी झंडे वाले गुब्बारों की बिक्री का मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया। राजस्थान के झालावाड़ में जब्त गुब्बारों की जांच में यह पता चला कि ये गुब्बारे इंदौर से जुड़े हुए थे। इसके बाद राजस्थान पुलिस और एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ते) की संयुक्त टीम ने मामले की छानबीन शुरू की। जांच के तहत सियागंज के दो स्थानीय व्यापारियों को हिरासत में लिया गया और कोतवाली थाने में पूछताछ की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले राजस्थान के एक गांव में बच्चों के हाथों ऐसे गुब्बारे जब्त किए गए थे, जिन पर हरे रंग में उर्दू में “14 अगस्त जश्न-ए-आज़ादी” लिखा हुआ था और पाकिस्तान का झंडा भी बना हुआ था। शुरुआती जांच में पता चला कि बच्चों ने ये गुब्बारे स्थानीय दुकानदार प्रहलाद पुत्र रमेशचंद्र राठौर से खरीदे थे। प्रहलाद ने पूछताछ में बताया कि उसने बिस्कुट के पैकेट के साथ यह गुब्बारे चिपका कर बेचे थे।

प्रहलाद ने आगे दिलीप गोवर्धन पोरवाल का नाम उजागर किया, जो आलोट (रतलाम) का थोक व्यापारी है। दिलीप ने बताया कि वह खुद इंदौर के सियागंज से धीरज और नीरज सिंघल से माल खरीदता है। इसके बाद एटीएस और पुलिस ने धीरज और नीरज को हिरासत में लिया। सिंघल बंधुओं की सियागंज में बसंज एजेंसी नाम से थोक की दुकान है। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि जब्त गुब्बारे चाइना से आए थे।

एसआई अजय मार्को के अनुसार, व्यापारी चाइना से कंटेनर के माध्यम से माल मंगवाते हैं और दिल्ली, चेन्नई तथा राजस्थान के अलग-अलग स्थानों पर इसे वितरित करते हैं। पुलिस ने व्यापारियों से उनके बिल और अकाउंट की जानकारी मांगी है ताकि पूरी आपूर्ति श्रृंखला का पता लगाया जा सके। एटीएस ने भी व्यापारियों के फोन नंबर और खातों की जानकारी हासिल की है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। पुलिस और एटीएस अंतिम कड़ी तक पहुंचने के लिए सभी व्यापारियों और वितरकों के संपर्क की जानकारी जुटा रहे हैं। इस मामले ने इंदौर में सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी का काम किया है, और जांच पूरी होने तक इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

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