अन्नू कपूर, मनोज जोशी और परितोष त्रिपाठी स्टारर फिल्म ‘हमारे बारह’ पर लगातार विवाद चल रहा है. इस बीच मेकर्स ने फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया है. इस ट्रेलर में आपको महिलाओं की परेशान, पीड़ा और धर्म की आड़ में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते मदों की कहानी देखने को मिलेगी.
‘हमारे बारह’ की कहानी उत्तर प्रदेश के बैकड्राप पर सेट है, जहां बढ़ रही आबादी के मुद्दे को मेनस्ट्रीम सिनेमा के जरिए उठाने की कोशिश की गई है. फिल्म में अश्विनी कालसेकर, अभिमन्यु सिंह, पार्थ समथान, अदिति भटपहरी और इशलिन प्रसाद जैसे टैलेंटेड एक्टर्स नजर आने वाले हैं. ट्रेलर देखकर लगता है कि ये फिल्म सामाजिक समस्याओं और व्यक्तिगत चुनौतियों का आइना होने वाली है.
ट्रेलर में आप अन्नू कपूर के किरदार को एकदम निर्दयी रूप में देखेंगे. उनके किरदार के 12 बच्चे हैं. ये बच्चे उनके अपनी बीवी के साथ जबरदस्ती से हुए हैं. एक बार फिर उनकी पत्नी प्रेग्नेंट हो जाती है. प्रेग्नेंसी में मुश्किल होने के चलते उनका एबॉर्शन करवाना जरूरी है. हालांकि अन्नू का किरदार इस बात को अपने धर्म के खिलाफ मानता है. यही से उनके घर की महिलाओं की अपने हक के लिए जंग शुरू होती है. इस जंग में परिवार के साथ-साथ समाज पर भी बड़ा असर पड़ने वाला है.
ये फिल्म महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले रोजमर्रा के मुद्दों पर रोशनी डालती है. साथ ही उन विषयों की ओर भी ध्यान आकर्षित करती है, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. बीरेंद्र भगत, रवि एस गुप्ता, शिव बालक सिंह और संजय नागपाल ने मिलकर प्रोड्यूस किया है. त्रिलोक नाथ प्रसाद इसके को-प्रोड्यूस हैं. वहीं कमल चंद्रा ने इसका निर्देशन किया है. यह फिल्म भारत में वायकॉम 18 स्टूडियो द्वारा रिलीज की जाएगी. राइजिंग स्टार एंटरटेनमेंट यूके ने इसकी वर्ल्डवाइड रिलीज का जिम्मा संभाला है. ‘हमारे बारह’, 7 जून को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है.
‘हमारे बारह’ का टीजर रिलीज होने के बाद से फिल्म को लेकर तगड़ा विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर यूजर्स फिल्म का विरोध कर रहे हैं तो वहीं एक्टर्स को जान से मारने और एक्ट्रेसेज को रेप की धमकियां दी जा रही हैं. इसपर अन्नू कपूर ने एक इंटरव्यू में बात की थी. उन्होंने कहा था, ‘भैया फिल्म देखिए. उसके बाद अपनी राय कायम कीजिएगा. खुद आका बनने की कोशिश मत करिए. ये फिल्म मदरहुड की बात करती है, ये फिल्म जनसंख्या की बात करती है. औरत किन जज्बात से गुजरती है और उसको किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है एक फैमिली के अंदर ये उसकी कहानी है. मैं ऐसा किरदार निभा रहा हूं जो अपने दीन-ओ-ईमान के ऊपर अटका हुआ है. वो उसके खिलाफ नहीं जाना चाहता है. जो लिखा हुआ उसको बदलना नहीं चाहता है. मुझे फिल्म का विलेन भी कहा जा सकता है.’
अन्नू कपूर ने आगे कहा, ‘इस फिल्म के माध्यम से प्रोड्यूसर-डायरेक्टर एक बदलाव की मांग करते हैं और वक्त के साथ-साथ बदलाव आना चाहिए. हमारे सूफी खान, जो हमारे क्रिएटिव राइटर हैं, उन्होंने बहुत अच्छी बात कही कि ‘फोटो लगाना जो है मना है, लेकिन फिर भी लोगों को उमराह करने के लिए, हज करने के लिए जाना होता है तो पासपोर्ट पर फोटो लगानी पड़ती है न. वक्त के साथ-साथ हम लोगों को बदलना पड़ता है. इंसानियत की भलाई के लिए वक्त के साथ हम सबको बदलना है. इस बारे में फिल्म बात करती है. दूसरी बात जनसंख्या हमारे मुल्क में बहुत बड़ी मुसीबत हो चुकी है. हमें किसी न किसी तरह इसको कंट्रोल करना है और पूरी ईमानदारी के साथ कंट्रोल करना है. मैं सभी से अपील करता हूं कि हम सब अपने समाज के लिए, मुल्क के लिए जिम्मेदार हैं. हमको जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी.’