हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को भारतीय रक्षा मंत्रालय से एक ऐतिहासिक सौदा मिला है। सरकार ने HAL से 97 तेजस Mk-1A लड़ाकू विमान खरीदने का 62,370 करोड़ रुपये का करार फाइनल किया है। यह अब तक का कंपनी का सबसे बड़ा समझौता है। इस सौदे की खबर सामने आते ही शेयर बाजार में भी तेजी दर्ज की गई। HAL का शेयर 1.10% बढ़कर 4,776 रुपये तक पहुंच गया। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में कंपनी का शेयर निवेशकों को और अच्छा मुनाफा दिला सकता है।
रोजगार और स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा
तेजस Mk-1A विमानों की डिलीवरी 2027-28 से शुरू होगी और छह सालों में पूरी की जाएगी। खास बात यह है कि इस परियोजना में 64% से अधिक स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल होगा। करीब 105 भारतीय कंपनियां इस प्रोजेक्ट से जुड़ेंगी और हर साल लगभग 11,750 लोगों को रोजगार मिलेगा। विमान में अत्याधुनिक उत्तम AESA रडार, आत्मरक्षा कवच और एडवांस कंट्रोल सिस्टम जैसी तकनीकें शामिल होंगी। इससे भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी और यह पड़ोसी देशों को करारा जवाब देने में सक्षम होगी।
उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा HAL
वर्तमान में HAL सालाना 18 विमान बनाता है, लेकिन इस नई डील के बाद उत्पादन बढ़ाकर 24 से 30 विमान प्रतिवर्ष करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए बेंगलुरु और नासिक में उत्पादन लाइनें पूरी तरह सक्रिय की जा चुकी हैं। कंपनी अमेरिकी जनरल इलेक्ट्रिक से F-404 इंजन भी मंगा रही है। आने वाले वर्षों में लगभग 113 इंजन के लिए 1 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त डील भी होने वाली है।
शेयर बाजार में निवेशकों का भरोसा
25 सितंबर को HAL का शेयर कारोबार के दौरान 2.17% बढ़कर 4,827 रुपये तक गया, हालांकि बंद होते समय यह 4,776 रुपये पर आ गया। ब्रोकरेज कंपनी CLSA ने HAL को ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग देते हुए इसका लक्ष्य मूल्य 5,436 रुपये बताया है। यानी मौजूदा भाव से लगभग 14% ऊपर।
इस ऐतिहासिक करार से न सिर्फ भारत की रक्षा क्षमता मजबूत होगी, बल्कि एयरोस्पेस सेक्टर में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।