गाजा में जंग के 6 महीने बाद हमास के एक सीनियर अधिकारी ने 5 साल के सीजफायर की इच्छा जाहिर की है. न्यूज एजेंसी AP को दिए इंटरव्यू में खलील अल-हैय्या ने कहा है कि अगर फिलिस्तीन एक अलग और आजाद देश बनता है तो हम हथियार डाल देंगे और एक साधारण राजनीतिक पार्टी के तौर पर काम करेंगे.
हालांकि, 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास का खात्मा करने की कसम खा चुका इजराइल इस समझौते के लिए सहमत हो इसकी संभावना न के बराबर है. अल-हैय्या का कहना है कि अगर फिलिस्तीन को 1967 की जंग से पहले के इलाके दिए जाते हैं तो वो इजराइल के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेगा.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
हमास के अधिकारी अल-हैय्या ने कहा, “कई देशों ने अलग-अलग समय पर कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ी गई है. जब वे आजाद हो गए तब लड़ाई का नेतृत्व करने वाले लोगों ने राजनीतिक पार्टी बनाई है. वहीं जंग लड़ने वाले बाद में देश की रक्षा के लिए सेना में शामिल हो गए। हम भी यही चाहते हैं.”
हमास की एक और मांग यह है कि जंग के चलते फिलिस्तीन छोड़कर गए लोगों को अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत फिर से बसाया जाए. इजराइल ने फिलहाल इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.