वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में स्थित मजार को लेकर विवाद तूल पकड़ता चला जा रहा है. आज मजार पर दर्जनों की संख्या में हनुमान चालीसा पढ़ने जा रहे छात्रों को जब पुलिस बल ने रोका तो छात्रों और पुलिस के बीच में जमकर खींचतान हुई. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने 9 छात्रों को हिरासत में ले लिया है. दरअसल, यूपी कॉलेज के मजार का विवाद उस वक्त बढ़ा जब कुछ दिनों पहले सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से वर्ष 2018 में कॉलेज प्रशासन को भेजे गए एक नोटिस के तहत मजार की जमीन पर दावा किया गया था.
कैंपस में फूंका गया वक्फ बोर्ड का पुतला
वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित उदय प्रताप कॉलेज के मेन गेट पर आज सुबह दर्जनों की संख्या में पहुंचे छात्रों और पुलिस के बीच में जमकर खींचतान और धक्कामुक्की हुई है. दर्जनों की संख्या में छात्र आज सुबह कॉलेज में स्थित मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ाने जा रहे थे. इसके पहले छात्रों और प्रदर्शनकरियो ने कल कैंपस में वक्फ बोर्ड का पुतला भी फूंका था.
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में ले लिया. दरअसल, यह सारा विवाद कुछ दिनों पहले उस समय शुरू हुआ जब वर्ष 2018 में उदय प्रताप कॉलेज प्रशासन को सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से भेजे गए नोटिस में यह दावा किया गया था कि कॉलेज के अंदर मौजूद मजार की जमीन वक्फ संपत्ति है. जैसे ही यह खबर और सुर्खियां बनी वैसे ही बीते जुम्मे के दिन सैकड़ो की संख्या में नमाजी नमाज अदा करने कॉलेज के मजार पर पहुंच गए.
इसके बाद अब छात्र आज मंगलवार को मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे थे लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक कर हिरासत में ले लिया. वहीं दूसरी ओर वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने बताया कि कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से ऐसी शिकायत की गई थी कि कॉलेज में कई पालियों में परीक्षाएं चल रही हैं और शांति व्यवस्था की जरूरत है, जिसके तहत पुलिस पहुंची है.